मंत्री डॉ. कल्ला ने किया ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का लोकार्पण






विधायक निधि से 49.13 लाख रुपए की लागत से हुआ है निर्माण

बीकानेर, 30 अप्रैल। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने शनिवार को राजकीय एसडीएम जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का लोकार्पण किया। इस प्लांट का निर्माण विधायक निधि कोष द्वारा 49.31 लाख रुपए की लागत से करवाया गया है।

इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश भर के राजकीय अस्पतालों में मेडिकल सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा हैं। आमजन के हित में प्रदेश में निःशुल्क दवा एवं जांच योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सहित अनेक योजनाएं चल रही हैं, जो देशभर के लिए नजीर हैं। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में आने वाले शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां विधायक निधि कोष से ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का निर्माण करवाया गया है। अब यह अस्पताल ऑक्सीजन के दृष्टिकोण से आत्मनिर्भर हो सकेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में यहां विधायक निधि से 2 एंबुलेंस दी गई थी। विभिन्न सोलर कंपनियों के सीएसआर मद से 1.5 करोड़ रुपए की लागत से भवन बनाए जा रहे हैं। इसी प्रकार न्यू बॉर्न सिक यूनिट का निर्माण करवाया गया है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल को मॉडल रूप में विकसित करने किया जाएगा, जिससे मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। इसके मद्देनजर यहां विकास कार्य निरंतर रूप से करवाए जा रहे हैं। 

राजकीय जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. प्रवीण चतुर्वेदी ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट शुरू होने से कोविड मरीजों के साथ-साथ आने वाले आपातकाल केस, ऑपरेशन थिएटर, लेबर रूम, शिशु वार्ड तथा श्वसन संबंधी मरीजों को भी इससे लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों की संख्या के अनुरूप सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।

इस अवसर पर डॉ सुरेंद्र वर्मा, डॉ हिमांशु दाधीच, डॉ अमित अरोड़ा, डॉ गुलाब खत्री, सुच्चा सिंह, भगवान सहाय, अमित वशिष्ठ, महिपाल सिंह, मनोज व्यास(लैब टेक्नीशियन), जुगल किशोर किराड़ू, बी एल किराडू सहित अस्पताल के विभिन्न लोग मौजूद रहे।

आमजन की सुनी समस्या

इससे पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने पवनपुरी स्थित अपने आवास पर आमजन से मुलाकात की और उनकी समस्या सुनी। उन्होंने समस्या के त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित को निर्देश दिए। इस दौरान विभिन्न शैक्षणिक संगठनों ने पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए शिक्षा मंत्री का आभार जताया।