आर्ट ऑफ लिविंग मुख्यालय पर आचार्य लोकेश, राज्यपाल गहलोत, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सम्मानित किया
श्रीश्री रविशंकरजी से जुड़कर सूर्यदत्ता पुरस्कार व संस्था दोनों गौरवान्वित हुए है : आचार्य लोकेशजी
बेंगलूरु। बेंगलूरु के आर्ट ऑफ लिविंग के मुख्यालय पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूट्स द्वारा वार्षिक पुरस्कार समारोह की शृंखला में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकरजी को सूर्यदत्ता ग्रुप के प्रतिष्ठित “द् सेंट ऑफ मार्डन इण्डिया” सूर्यदत्ता नेशनल लाईफ़ टाईम अचीवमेंट अवार्ड 2022’ से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्यश्री डॉ लोकेशजी, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहे। इस दौरान विश्व शांतिदूत आचार्य डॉ लोकेशजी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव श्रीश्री रविशंकरजी जीवन में सदैव एक जुट होकर कार्य करने प्रेरणा देते आए है। श्रीश्री ने अपने जीवन व कार्यों से मानवता की बहुत बड़ी सेवा की है। विश्व शांति और सद्भावना के संरक्षण व संवर्धन में उनका उल्लेखनीय योगदान है। उन्होंने कहा कि सूर्यदत्ता ग्रुप द्वारा पूज्य श्रीश्री रविशंकरजी को समर्पित “द् सेंट ऑफ मार्डन इण्डिया” सूर्यदत्ता नेशनल लाईफ़ टाईम अचीवमेंट अवार्ड 2022 उनका स्पर्श पाकर स्वयं पुरस्कृत हुआ है। इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत ने कहा कि किसान स्मृधी महोत्सव पर किसानो को संबोधित करते हुए कहा कि साधना, सेवा और सत्संग के मंत्र के द्वारा श्रीश्री रवि शंकर लाखों लोगो के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सफलता प्राप्त कर रहे है।
श्रीश्री रविशंकर ने सूर्यदत्ता ग्रुप द्वारा पुरस्कृत करने पर कहा कि यह पुरस्कार किसी व्यक्ति या व्यक्तित्व के लिए नहीं है, बल्कि एक सिद्धांत के लिए है जो एक विश्व परिवार और सांस्कृतिक बहुलता के आदर्श के लिए खड़ा है। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मानसिक तनाव सबसे बड़ी चुनौती है, गुरुदेव श्रीश्री रविशंकरजी इस चुनौती से निपटने में बड़ी भूमिका निभा रहे है। पूरा विश्व तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। उन्होने कहा कि विश्व में अगला युद्ध जल संकट पर होगा, जल का अभाव दूनिया भर के लिए सबसे बड़ा संकट है, सबसे ज्यादा भू-गर्भ जल भारत इस्तेमाल करता है, जल को जगदीश मानने वाला भारत देश सबसे ज्यादा गंदा पानी उत्पन्न करता है। उन्होने कहा कि कृषि और जल दोनों ही विषय आपस में संबन्धित है, जल आंदोलन को जन-जन का आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। सूर्यदत्ता एजुकेशन फ़ाउंडेशन के संस्थापक डॉ संजय चोरडिया ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी देश की उन चुनिंदा बड़ी हस्तियों को सूर्यदत्ता ग्रुप के राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में अद्वितीय एवं अद्भुत कार्यों से भारत देश और भारतीय संस्कृति को देश-दुनिया के कोने-कोने तक पहुँचाया है, जिसमे मुख्य रूप से आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकरजी को “द् सेंट ऑफ मार्डन इण्डिया” सूर्यदत्ता नेशनल लाईफ़ टाईम अचीवमेंट अवार्ड 2022’ सम्मानित करके सूर्यदत्ता ग्रुप स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस अवसर पर श्रीमति सुषमा चोरडिया भी उपस्थित रही।