यूसीईटी-बीटीयू के अशैक्षणिक कर्मचारियों को बिना वेतन के चार महीने बिता दिए!, कैसे मनाएंगे दीपावली?




CK NEWS बीकानेर, 22 अक्टूबर। महाविद्यालय यूसीईटी के सभी अशैक्षणिक कार्मिकों द्वारा बैठक आयोजित कर चर्चा की गयी जिसमें विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालय यूसीईटी में संविदा/प्लेसमेंट कार्मिकों के पारिश्रमिक का भुगतान गत चार माह से बकाया है एवं अब पांचवा माह भी पूरा होने जा रहा है। जबकि महाविद्यालय के पास अशैक्षणिक कार्मिकों को भुगतान करने योग्य बजट है फिर भी प्रशासन द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे इस वर्ष अल्प वेतन भोगी कार्मिकों को काली दीवाली मनाने पर मजबूर होना पड़ेगा। चूंकि यूसीईटी बीकानेर टेक्नीकल यूनिवर्सिटी [बीटीयू] का घटक महाविद्यालय है, इसलिए महाविद्यालय की देनदारी एवं बिलों का भुगतान करना विश्वविद्यालय का प्रथम दायित्व है, जिससे महाविद्यालय प्रशासन बच रहा है। महाविद्यालय के प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से कार्यरत अल्पवेतनभोगी अशैक्षणिक कार्मिकों के गत 4 महीने के बकाया बिल पांचवा माह पूरा होते ही सभी पांचों माह का वेतन भुगतान करवाए जाने हेतू विवि कुलपति/महाविद्यालय के प्राचार्य से बार-बार निवेदन उपरांत भी सकारात्मक परिणाम नहीं है। यदि मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गयी तो लोकतांत्रित तरीके से आंदोलन किया जाएगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी महाविद्यालय/विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। इस सम्बन्ध में सभी अशैक्षणिक कार्मिकों द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। बैठक में रमेश उपाध्याय, आनंद ओझा, धीरेंद्र चौधरी, मदन पुष्करणा, ईश्वर सिंह, लोकेश चौधरी, के.सी.ओझा, मनोज गहलोत, भरत शर्मा, विनोद पुरोहित सहित अनेक कार्मिक उपस्थित रहे। 


भुगतान नहीं होने के कारण सेवाएं भी नहीं मिल रहीं...!

वर्णित अशैक्षणिक कार्मिकों को पिछले 4 माह से वेतन नहीं मिल रहा है और अब पांचवा महीना पूरा होने जा रहा है। भुगतान नहीं होने के कारण इन कार्मिकों को ई.एस.आई. हॉस्पिटल (मेडिकल, चैक-अप इत्यादि) की सेवाएं भी नहीं मिल पा रही है, किसी भी प्रकार का कोई इलाज नहीं हो रहा है। साथ ही कई कार्मिकों के घर में डेंगू व अन्य महामारीयों से परिवार के सदस्य पीडि़त है तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी महाविद्यालय/विवि प्रशासन की होगी। साथ ही इन अल्पवेतन भोगी कार्मिकों के घर खर्च जैसे राशन, सब्जी, बच्चों की फीस इत्यादि भी नहीं चल पा रहा है वहीं दीपावली का त्यौंहार भी आ रहा है।