'मेरी झोली छोटी पड़ गई रे इतना दिया मेरी माता..' सामूहिक पूजा का मिलता है अनूठा लाभ : राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी मसा.













असीम आध्यात्मिक लाभ के साथ त्रिदिवसीय सिद्धि साधना शिविर संपन्न 

भगवती सेना का हुआ गठन, सेवाभावी गुरुभक्त बने वीरदूत 

कृष्णगिरी। भरदे झोली मेरी ओम आता लौटकर अब न जाऊंगा खाली, डम डम डम डम डमरू बजे, मेरी झोली छोटी पड़ गई रे इतना दिया मेरी माता, सात सुरों का बहता दरिया तेरो नाम, कसमे वादे निभाएंगे हम भक्ति करेंगे जन्म जन्म, थोड़ा थोड़ा प्रभु का भजन करले, जब से मिला है मुझे यह दरबार चांदी चांदी हो गई रे मेरी चांदी, आदमी मुसाफिर है... सरीखे अनेक संगीतमय भक्ति भरे भजनों की प्रस्तुतियों के साथ यहां कृष्णगिरी तीर्थधाम में बड़ी संख्या में शामिल हुए श्री पद्मावती सिद्धि साधना शिविर के श्रद्धालुओं को असीम आध्यात्मिक लाभ प्राप्त हुआ, साथ ही शिविर का भी समापन हुआ। विश्व विख्यात श्रीपार्श्व पद्मावती शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत, परम पूज्य गुरुदेव श्री डॉ वसंत विजय जी महाराज साहेब की पावन निश्रा में हुए यहां पहली बार अलौकिक एवं दिव्य आयोजन में देश और दुनिया के हजारों गुरु भक्तों ने भाग लिया। इस दौरान संतश्रीजी ने कहा कि सामूहिक पूजा का फल अनूठा अद्वितीय प्राप्त होता है। भक्ति में श्रम, श्रद्धा और विश्वास के क्रम को विस्तार से उल्लेखित करते हुए उन्होंने व्यक्ति के जीवन में आने वाले विभिन्न दुख, रोग, परेशानियां के निवारण के समाधान भी सुझाए। अनेक सिद्ध बीजमंत्रों से युक्त अपने दिव्य चमत्कारिक महामांगलिक द्वारा समस्त श्रद्धालुओं के कल्याणकारी उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद भी प्रदान किया। उन्होंने कहा कि गुरु के समक्ष भक्ति के रंग में रंगने वाले के जीवन में किसी प्रकार का भंग नहीं पड़ सकता। इससे पूर्व समस्त वास्तु दोष संकट का निवारण करने वाली गौ माता की विशेषता बताते हुए संतश्रीजी ने समस्त श्रद्धालुओं से तीर्थ धाम की गौशाला में क्रमबद्ध गौ पूजा विधान भी संपन्न करवाया। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण संतश्रीजी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल थॉट योगा से लाइव किया गया। इस अवसर पर मंच पर श्रमण संघीय संतश्री पंकज मुनिजी, वरुणमुनिजी, साध्वीश्री सुरीताश्रीजी आदि भी मौजूद रहे। सभी संतो व साध्वी वृंद का भी सत्कार डॉ वसंत विजय जी महाराज साहेब की निश्रा में किया गया।


 सेवा के लिए भगवती सेना का हुआ गठन 

राष्ट्रसंत डॉक्टर वसंत विजय जी महाराज साहेब की प्रेरणा से श्री कृष्णगिरी शक्ति पीठधाम से जुड़े सेवाभावी कार्यकर्ताओं-गुरुभक्तों के लिए भगवती सेना का गठन किया गया है। इसकी घोषणा स्वयं संत श्रीजी ने श्री पद्मावती सिद्धि साधना शिविर के समापन अवसर पर की। देश और दुनिया में राष्ट्रहित, सामाजिक सरोकार, एवं गुरुदेव श्रीजी के विविध भक्ति के आयोजनों में भगवती सेना के वीर दूत सक्रिय होकर सेवा व श्रम का अभिनव योगदान देंगे। पूर्ण रुप से गैर राजनीतिक भगवती सेना में गुरु भक्तों का एक विशाल काफिला दूत अथवा सेना के वीर के रुप में जुड़कर रचनात्मक सेवा का कीर्तिमान रचेंगे।