कृष्णागिरी, तमिलनाडू निवासी बीएसएफ के सीमा प्रहरी एम.उमाशंकर ने तीन जिंदगियां बचा पेश की मिसाल, आईजी ने किया सम्मानित





जयपुर (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। विश्व के सबसे बड़े सीमा रक्षक बल के रुप में विख्यात बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) केवल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ही अपनी सजगता व जिम्मेदारी के लिए नहीं जाना जाता है वरन् इस बल के जवान हर समय हर जगह अपनी जिम्मेदारी, सजगता व वीरता के लिए जाने जाते हैं। ऐसी ही एक मिसाल तमिलनाडू जिले के कृष्णागिरी निवासी व वर्तमान बीएसएफ के राजस्थान फ्रंटियर मुख्यालय में कार्यरत सीमा प्रहरी एम. उमाशंकर ने तीन जिंदगियां बचाकर मिसाल पेश की है जिसके लिए राजस्थान फ्रंटियर के महानिरीक्षक द्वारा महानिरीक्षक प्रशस्ति पत्र देकर उनकी इस बहादुरी के लिए सम्मानित किया गया है। विदित है कि बीते दिनों 14 फरवरी 2021 को रविवार के दिन आरक्षक एम.उमाशंकर अपने परिवार के साथ घूमने के लिए सूरपुरा बांध, जोधपुर गए हुए थे। उस  समय सुरपुरा बांध पर काफी भीड़-भाड़ थी। उसी समय बांध के एक किनारे पर एक महिला अपने दो बच्चों के साथ सेल्फी ले रही थी, जो अचानक से फिसलकर गहरे पानी में गिर गयी व महिला के साथ उसके दोनों बच्चे भी पानी में फिसलकर गहरे पानी में डूबने लगे। उस समय आरक्षक एम. उमाशंकर नजदीक ही मौजूद थे व इस घटना को उन्होंने देखा और अपनी जान की परवाह किए बिना तुरंत प्रभाव से पानी में छलांग लगा दी और कुछ ही देर में महिला व दोनों बच्चों को सकुशल निकालकर ले आए। इसके पश्चात् मौके पर बांध के कर्मचारी व उक्त जवान ने महिला व उसके बच्चों को प्राथमिक उपचार भी उपलब्ध करवाया। बीएसएफ के बहादुर आरक्षक एम. उमाशंकर की मौके पर उपस्थित लोगों ने न केवल जमकर सराहना की व उनका आभार भी प्रकट किया साथ ही बांध प्रशासन द्वारा भी प्रशंसा की गयी।