वासवी हॉस्पिटल में महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री बालकानंदगिरी जी महाराज का सम्मान किया





बेंगलुरु। श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र निर्माण की समर्पण निधि हेतु अयोध्या से बेंगलुरु प्रवास पर आए तपोनिधि पंचायती अखाड़ा, आनन्द पीठाधीश्वर हरिद्वार के आचार्य महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री बालकानंदगिरी जी महाराज का यहां के कुमार स्वामी लेआउट स्थित वासवी हॉस्पिटल में स्वागत-सम्मान किया गया। सांसारिक रूप से मेडिकल डॉक्टर रहे श्री बालकानंद गिरी जी ने इस अवसर पर 150 लोगों अर्थात ट्रस्टियों द्वारा चैरिटेबल ट्रस्ट गठन कर शुरू किए गए 200 बेड के मॉडर्न हॉस्पिटल का अवलोकन भी किया व विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस दौरान महामंडलेश्वरजी ने कहा कि हमारी दिनचर्या में धर्म-सत्कर्म मार्ग में आगे बढ़ना महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि सामाजिक जीवन में भागदौड़ और बढ़ती चुनौतियों के चलते हमारे व्यवहार में रचनात्मक सरोकार के विचार नकारात्मक प्रवृत्तियों को मिटा देते हैं। उन्होंने कहा कि नकारात्मकता को खत्म करते हुए जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण को मजबूत करना अनिवार्य हो गया है। भगवान श्रीराम के ऐतिहासिक एवं भव्य मंदिर के अयोध्या जी में निर्माण प्रसंग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमें जीवन में धार्मिक आवरण में रहना अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा। जिसका निश्चित तौर पर बड़ा लाभ भी  भविष्य में मिलेगा। उन्होंने इतने बड़े और अत्याधुनिक वासवी हॉस्पिटल के माध्यम से भविष्य के मद्देनजर ट्रस्ट के पदाधिकारियों को वैश्य समाज के एक मेडिकल छात्र को गोद लेकर उसे चिकित्सक बनाने तथा साथ ही ट्रस्ट को मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने की आशीर्वाद स्वरूप प्रेरणा भी दी। इस अवसर पर आईवीएफ कर्नाटक के प्रेसिडेंट बिपिनराम अग्रवाल ने धार्मिकता एवं सामाजिक गतिविधियों में युवा वर्ग को भागीदार बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस भागीदारी से युवा वर्ग समाज के प्रति अपने लक्ष्यों पर आगे बढ़ने की प्रेरणा पा सकते हैं। वासवी हॉस्पिटल के ट्रस्टी पी एस वेंकटेश ने बताया कि इस दौरान हॉस्पिटल के मुख्य ट्रस्टी सिनोज गुप्ता, इंटरनेशनल वैश्य फेडरेशन कर्नाटक के प्रेसिडेंट बिपिनराम अग्रवाल, ट्रस्टी राजा उदय शंकर, आरक़े दत्ता, सुरेश लक्ष्मीकांत तथा श्री राम मंदिर समर्पण निधि से जुड़े, विश्व हिंदू परिषद के सचिव दीपक राजगोपाल ने संयुक्त रूप से महामंडलेश्वर श्री बालकानंदगिरी जी महाराज को मैसूरी फेंटा, स्मृति चिन्ह व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। ट्रस्टी पी एस वेंकटेश ने सभी का आभार जताया।