मंत्री डॉ. कल्ला की रेलवे जीएम से मुलाकात, बाईपास रेलवे लाईन निर्माण का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को शीघ्र भेजा जाए





बीकानेर, 29 जनवरी (सीके मीडिया/छोटीकाशी)। राजस्थान के जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने शुक्रवार को जयपुर में उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आनंद प्रकाश से मुलाकात कर बीकानेर में बाईपास रेलवे लाईन निर्माण का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को शीघ्र भिजवाने के बारे में चर्चा की। उन्होंने इस दौरान एक विस्तृत पत्र भी अपनी ओर से महाप्रबंधक को सौंपा। मुलाकात के दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) बृजेश गुप्ता और रेलवे के सेवानिवृत अधिकारी डॉ किशनलाल मेघवाल भी मौजूद रहे। डॉ कल्ला ने महाप्रबंधक को बताया कि भविष्य में बीकानेर क्षेत्र के रेल नेटवर्क को मजबूत करने एवं रेलवे के संचालन के लिए बीकानेर.लालगढ के बीच में डबल ट्रैक का निर्माण जरूरी है। यह केवल रेल बाईपास लाईन से ही संभव हो सकता है। रेलवे को बीकानेर के लोगों की इस बहुप्रतीक्षित मांग और आवश्यकता के सम्बंध में निर्णय कर इसका अपने स्तर पर शीघ्र निर्माण करना चाहिये। उन्होंने कहा कि जब पूर्व में बीकानेर बाईपास रेल लाईन का कार्य स्वीकृत किया था, तब राजस्थान सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण की गई, जो कि अभी भी उपलब्ध है। यहां बाईपास के निर्माण से क्षेत्र में रेल सेवाओं का विकास होगा, भविष्य में होने वाली फिजूलखर्ची रूकेगी और रेल फाटक की समस्याओं का भी निदान होगा। 


बार-बार बंद होते हैं रेलवे फाटक, लोग झेल रहे है भारी दिक्कतें

डॉ कल्ला ने अपने पत्र में कहा कि बीकानेर शहर में लम्बे समय से रेलवे फाटकों की गंभीर समस्या है। बीकानेर व लालगढ रेलवे लाईन पर चार फाटकों में से दो फाटकों पर रोड ओवरब्रिज बनाए गए हैं। शहर के बीच कोटगेट क्षेत्र से गुजरने वाले रेल फाटक संख्या 140 एवं 141 के बार-बार बंद रहने के कारण लोगों भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। इन फाटकों  पर रेल गाडियों के आवागमन के दौरान यातायात बहुत अधिक होने के कारण भीड एकत्रित हो जाती है और हर बार ट्रैफिक जाम हो जाता है। 


बीकानेर-लालगढ़ के बीच डबल ट्रैक का निर्माण अत्यंत आवश्यक

डॉ कल्ला ने बताया कि रेल मंत्रालय की नीति के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे अगले 3 वर्ष में राजस्थान में सभी प्रमुख ब्रॉडगेज रूट को डबल ट्रैक में बदलकर उनके विद्युतीकरण पर जोर दे रहा है। बीकानेर से देश के सभी प्रमुख क्षेत्रों में जाती है। यहां के रेल यूजर्स की नई रेलगाडियां चलाने के लिए भी काफी मांगे हैं। उन्होंने बताया कि बीकानेर-लालगढ रेलवे लाईन के चारों तरफ  शहर की आवासीय कॉलोनियां व बाजार की वजह से भविष्य में दूसरी लाईन का निर्माण संभव नहीं होगा व ट्रैक के विद्युतीकरण में भी परेशानी आएगी। बीकानेर जिले में रेलवे तंत्र के विकास की दृष्टि से भी बीकानेर-लालगढ के बीच में डबल ट्रैक का निर्माण भी अत्यन्त आवश्यक है।