विश्वविख्यात राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजय जी महाराज साहेब का एक और ऐतिहासिक कीर्तिमान  / विश्व भर के 27 वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्थानों में दर्ज हुआ उज्जैन का भैरवाष्टमी कार्यक्रम


 



 



 


 



 


 



 


 



 


वर्ष 2021 में बनेंगे हम सुपर ह्यूमन : राजपाल यादव


उज्जैन विश्व विख्यात राष्ट्रसंत सिद्धि सम्राट सर्व धर्म दिवाकर परम पूज्य गुरुदेव श्रीजी डॉ वसंत विजय जी महाराज साहेब की पावन निश्रा में भैरव अष्टमी पर्व पर विश्व इतिहास में पहली बार 2020 व्यंजनों के श्री नाकोडा भैरव देव को अर्पित किए महाभोग को विश्व भर के 27 वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्थानों में दर्ज कर एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है। अवंतिका नगरी उज्जैन के त्रिवेणी घाट स्थित शांतम आश्रम में ऐतिहासिक पहली बार बने 21 फीट के श्री नाकोड़ा भैरव देव की प्रतिमा के समक्ष एक दिवस पूर्व लगे महाभोग को यह सम्मान मिला है। इनमें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, इंडिया स्टार बुक ऑफ रेकॉर्ड्स, यूके वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, हॉप इंटरनेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड, रिपब्लिक वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, क्रेडेंस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड सरीखे अनेक देशों के नामी रेकॉर्ड्स शामिल रहे। विश्व स्तरीय सभी प्रतिष्ठित 27 अवार्डों के सर्टिफिकेट संत श्रीजी की पावन निश्रा में मुंबई से आये मशहूर हास्य अभिनेता राजपाल यादव ने अपने कर कमलों से आयोजन से जुड़े शैलेंद्र प्रकाश तलेरा को भेंट किए। इस दौरान गुरु भक्त कलाकार राजपाल यादव ने भी हवन शिविर में पूर्ण आस्था भक्ति से भाग लिया व अपने संक्षिप्त वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रसंत डॉक्टर वसंत विजय जी को परमात्मा द्वारा इस धरा के जीवों के कल्याण के लिए ब्रह्मांड की अनूठी रचना के रूप में प्रस्तुत कर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि वे गुरुदेव श्रीजी के दरबार में हाजिरी लगाने आए हैं, जो कि श्रद्धा, चमत्कार और विश्वास की अभिनव प्रतिमूर्ति है। राजपाल यादव ने कहा कि ऐसे दुर्लभ संतों की साधना के दम पर ही हम सब भारतवासी वर्ष 2021 में सुपर ह्यूमन बन सकेंगे। संतश्रीजी के सान्निध्य में इसी के साथ आठ दिवसीय जप-हवन साधना का यह अद्भुत आध्यात्मिक धर्म लाभ का शिविर की महा पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ। भैरव देव को जन्मदिवस विशेष पर 50 किलो का केक भी भोग लगाकर भक्तों में वितरित किया गया। संगीतमय भैरव अष्टकम स्तोत्र एवं विभिन्न भजनों की झूमने वाली तालियों की जबरदस्त गूंज की प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर संतश्रीजी पूज्य गुरुदेव डॉ वसंतविजय जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भैरव देव की भक्ति यदि सच्चे मन से की जाए तो वह आपको जन्म जन्मांतर के पापों से तार देती है। संतश्रीजी ने  इस दौरान मुंबई की गुरु भक्त डॉ ललिता बेन जोगड़ के अभिनव सहयोग की अनुमोदना की। कार्यक्रम की महापूर्णाहुति के साथ देश के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालु भक्तों को ऐतिहासिक 2020 व्यंजनों का महाभोग प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम में श्री महाकालेश्वर मंदिर के विद्वान पुजारी दिनेश गुरु जी व पुजारी रमणगुरु जी ने भी भाग लिया, जिनके माध्यम से संतश्रीजी ने 2020 व्यंजनों के प्रथम प्रसाद को महाकाल मंदिर हेतु भेंट कर उनका सत्कार किया। साथ ही सिने कलाकार राजपाल यादव, हवन के लाभार्थी निकुंज हेतल मिस्त्री का भी शॉल व माल्यार्पण कर सम्मान किया गया। आयोजन शिविर की विभिन्न व्यवस्थाओं में अनेक गुरु भक्तों ने सहयोग किया। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण राष्ट्रसंत डॉक्टर वसंत विजय जी महाराज साहब के अधिकृत यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/c/ThoughtYoga
 से किया गया।