कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया बीएसएफ डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने


 



 



 



 


बीकानेर, 01 दिसम्बर (छोटीकाशी डॉट पेज)। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) पाकिस्तान तथा बांग्लादेश के साथ लगने वाली सीमाओं की सुरक्षा में लगा हुआ है। इसके अलावा बीएसएफ को नक्सल प्रभावित इलाकों में भी तैनात किया गया है। बीएसएफ के अधिकारी व जवान लगातार अपनी जिम्मेवारी पूर्ण तरीके से अंजाम दे रहे हैं। साथ ही आंतरिक सुरक्षा में भी जरुरत पडऩे पर अपनी भूमिका निभाता है। यह फोर्स विश्व का एकमात्र सीमाओं की रक्षा करने वाला फोर्स है जिसके पास खुद का तौपखाना, एयर विंग तथा वाटर विंग है। यह जानकारी मंगलवार को बीएसएफ के 56 वें स्थापना दिवस पर सैक्टर मुख्यालय पर डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ के दिशा-निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम में दी गयी। बताया गया कि यह फोर्स विश्व का सबसे बड़ा सीमाओं की रक्षा करने वाला फोर्स है। इसलिए इस फोर्स को भारत की FIRST LINE OF DEFENCE भी कहा जाता है। इस मौके राठौड़ ने शहीद कार्मिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और बीएसएफ प्रहरियों द्वारा कोरोना महामारी के दौरान किए गए कार्यों की सराहना भी की साथ ही साथ कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन भी किया। राठौड़ ने बताया कि जवानों द्वारा कोरोना महामारी के दौरान अत्यंत कम समय में सीमित संसाधनों का प्रयोग करते हुए कोविड केयर सेंटर, जवानों के व्यायाम हेतू भ्रमण पथ व मैदान का निर्माण परिसर में किया गया है। इस मौके सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। आयोजिन में क्षेत्रीय मुख्यालय एवं 1044 तोपखाना के कार्मिक शामिल हुए।