पुणे। वैश्विक महामारी कोरोना की कठिन परिस्थिति में मानवता, भाईचारे की भावना से काम करने वाले सभी कोरोना वारियर्स का काम हमें प्रेरित करता है। डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, पुलिस, शिक्षक, स्वच्छता कर्मचारी और सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न संगठनों द्वारा किए गए कार्य उल्लेखनीय हैं। यह कहा लायंस क्लब इंटरनेशनल के पूर्व निदेशक नरेंद्र भंडारी ने। वे यहां सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट द्वारा पुणे जिला परिषद समाज कल्याण दिव्यांग विभाग के स्कूलों के शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों द्वारा कोरोना काल में किये अतुलनीय कार्य का सम्मान करते हुए बोल रहे थे। इस दौरान करीब 30 जनों को 'सूर्यदत्ता कोरोनायोद्धा पुरस्कार' देकर सम्मानित किया गया। 'सूर्यदत्ता' के बावधन कैम्पस में बन्सीरत्न सभागृह में हुए इस समारोह में वरिष्ठ संपादक व लेखक अरुण खोरे, डॉ. नितीन दलाया, स्पाईन सर्जन डॉ. रमेश रांका, 'सुर्यदत्ता' के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय चोरडिया, उपाध्यक्षा सुषमा चोरडिया, समूह संचालक डॉ. शैलेश कासंडे, कार्यकारी संचालक प्रा. सुनील धाडीवाल, कार्यकारी विकास अधिकारी सिद्धांत चोरडिया, सामाजिक कार्यकर्ता सीमा दाबके सहित अनेक शिक्षकवृन्द, कर्मचारी आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।नरेंद्र भंडारी ने कहा, लायन्स क्लब द्वारा विश्वभर में जरूरतमंद और गरीब लोगों का जीवन सुखी बनाने के लिए हम प्रयास करते है। समाज के उत्थान हेतु सभी लायन सदस्य कड़ी मेहनत करते है, यह हमारे लिए आनंद की बात है। उन्होंने कहा कि सेवा को धर्म मानकर हमें काम करते रहना चाहिए। मुसीबत में पड़े लोगों को मदद करने से हमें समाधान मिलता है। भंडारी ने हर्ष के साथ यह भी कहा कि विश्व स्तरीय शैक्षिक घरानों में शामिल सूर्यदत्ता संस्थान सामाजिक प्रतिबद्धता के साथ-साथ अच्छा इंसान बनाने का काम कर रहा है। अरुण खोरे ने कहा कि महाराष्ट्र में सामाजिक कार्यकर्ताओं की संख्या बड़ी है। महात्मा गांधीजी के कई आंदोलनों में महाराष्ट्र के कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम् रह चुकी है। कोरोना के इस काल में शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों के किये गए कार्य आनंद प्रदान करते है। उनका उचित सन्मान कर के सूर्यदत्ता परिवार और डॉ. चोरडिया ने कृतज्ञता व्यक्त की है। डॉ. संजय चोरडिया ने अपने प्रास्ताविक भाषण में कहा कि मेडिकल क्षेत्र के साथ अन्य लोगों द्वारा किया गया कार्य भी महत्वपूर्ण है। निश्चित ही उनके प्रति आदरभाव व्यक्त करना हमारी जिम्मेदारी है। कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखकर सभी नियमों का पालन कर के सूर्यदत्ता के शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारी बड़ी संख्या में इस समारोह के लिए उपस्थित थे। सीमा दाबके व प्रो. सुनील धनगर ने संचालन किया।