पुस्तक वाचन द्वारा डॉ. अब्दुल कलाम का किया अभिवादन
वाचन प्रेरणा दिवस के अवसर पर सूर्यदत्ता के शिक्षकों-कर्मचारियों की अनूठी पहल
पुणे। मिसाइलमैन भारतरत्न डॉ. अब्दुल कलाम लिखित इग्नाइटेड माइंड्स और टर्निंग पॉइंट्स किताब का वाचन कर के उन्हें सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों ने अभिवादन किया। डॉ. कलाम की जयंती के अवसर पर उत्साह के साथ वाचन प्रेरणा दिवस मनाया गया। कोरोना के कारण कॉलेज में कोई छात्र नहीं हैं, फिर भी सभी दिन नियमित रूप से स्टाफ द्वारा मनाये जा रहे है। वाचन प्रेरणा दिवस के अवसर पर डॉ. अब्दुल कलाम की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि आईटी विशेषज्ञ डॉ. दीपक शिकारपुर ने शिरकत की। 'सूर्यदत्ता' के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय चोरडिया ने अपना अध्यक्षीय वक्तव्य दिया। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी और समूह निदेशक डॉ. शैलेश कासंडे, डीन डॉ. प्रतिक्षा वाबले, शेफाली जोशी व अभिजित नायर आदि उपस्थित थे।
डॉ. दीपक शिकारपूर ने कहा, डॉ. कलाम ने अपने जीवन के अंतिम समय तक छात्रों के साथ बातचीत करने का रवैया कायम रखा था। उन्होंने कहा कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है, इसको खुद के पास न रखते हुए बांटते रहना चाहिए, ऐसा कलाम कहा करते थे। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि सूर्यदत्ता संस्था में शिक्षकों द्वारा उनके काम को वास्तविकता में लाया गया है। अगर छात्र व शिक्षक की बातचीत बढ़ती रहेगी, तो उनकी बुद्धिमत्ता का गहरा विकास होगा तथा यह कल के भारत को और भी शानदार बना देगा।
डॉ. संजय चोरडिया ने कहा कि वाचन व्यक्ति के व्यक्तित्व को आकार देता है। वे बोले, डॉ. कलाम का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है।हालांकि कोरोना की वजह से छात्र-शिक्षक ऐसे एकत्रित रूप से कार्यक्रम करें ये संभव नहीं है, लेकिन शिक्षकों ने अनायास ही डॉ. कलाम की किताब को पढ़कर उन्हे अनोखे तरीके से अभिवादन किया गया है। डॉ संजय ने विश्वास जताया कि छात्र-शिक्षक बातचीत जल्द होगा और ज्ञानोदय का काम फिर से शुरू होगा।
प्रा. सुनील धनगर द्वारा सूत्र संचलन किया गया। डॉ शैलेश कासंडे ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।