छोटीकाशी डॉट पेज। बीकानेर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के तत्वावधान में बीकानेर मुख्यालय व समस्त तालुका न्यायालयों में आज ऑनलाईन लोक अदालत का आयोजन किया गया। अध्यक्ष मदनलाल भाटी (जिला एवम् सेशन न्यायाधीश) के निर्देशानुसार इस ऑनलाईन लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन (मुकदमा पूर्व) के संदर्भ में ऑनलाईन लोक अदालत धन वसूली मामलों तथा लम्बित प्रकरणों के संदर्भ में चैक अनादरण, धन वसूली, एमएसीटी मामले, वैवाहिक विवाद (तलाक को छोड़कर), श्रम विवाद आदि विषयों पर आयोजित की गई। प्राधिकरण सचिव, पवन अग्रवाल अपर (जिला एवम् सेशन न्यायाधीश) ने बताया कि सामा प्लेटफार्म के माध्यम से पक्षकारों को व्हॉटसअप विडियो कॉलिंग तथा ई-मेल के जरिये पक्षकारों के मध्य काउंसलिंग करवायी गयी। पक्षकारों द्वारा राजीनामें पर इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर करवाये गये तथा प्री-काऊंसलिंग बैंच के समक्ष उपस्थित पक्षकारों के अधिवक्ता द्वारा अपने-अपने पक्षकारों के हस्ताक्षरों को प्रमाणित किया गया। तत्पश्चात् राजीनामा प्री-काऊंसलिंग बैंच द्वारा सत्यापित किया गया। अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों में से कुल 1972 प्रकरण लोक अदालत में रखे गये। जिनमें 884 प्रकरणों का लोक अदालत की भावना से निस्तारण हुआ तथा 31476559 राशि का अवार्ड पारित किया गया। इसके अलावा प्रि-लिटीगेशन के 224 प्रकरण रखे गये जिनमें से 68 प्रकरणों का निस्तारण लोक अदालत की भावना से होकर उनमें से 13601531 राशि का अवार्ड पारित किया गया। ऑनलाईन लोक अदालत में सामा प्लेटफार्म के प्रतिनिधि मेघा पाल व श्रेया ने अपनी सेवाएं प्रदान की। राजस्थान में पहली बार ऑनलाईन लोक अदालत का आयोजन पायलेट प्रॉजेक्ट के तौर पर किया गया है। वर्तमान में कॉविड-19 महामारी को देखते हुए पक्षकार न्यायालय में उपस्थित होने में असमर्थ है ऐसे में ऑनलाईन काउंसलिंग के माध्यम से पक्षकारों को राहत पहुंचाने के लिए ऑनलाईन लोक अदालत एक महत्वपूर्ण प्रयास है।