बेंगलुरु। पर्वाधिराज पर्व पर पर्युषण के दौरान जैन धर्म में जीवदया व साधर्मिक भक्ति का अनन्य महत्व है। इसी कड़ी में प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी बेंगलुरु की विभिन्न क्षेत्रों की जैन महिलाओं के अग्रणी संगठन मातृछाया द्वारा व्यापक स्तर पर जीवदया भक्ति का लाभ लिया गया व विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मातृछाया की मंत्री श्रीमती त्रिशला कोठारी ने बताया कि परस्पर सामूहिक सहयोग से शहर की अनेक गौशालाओं में हरा चारा, घास, सब्जियां, फल व आर्थिक सहयोग राशि भेंट की गई। इनमें निर्मला बाई वीहार धाम चंद्रप्रभु गौशाला, वृषभ कामधेनु गौशाला, कोरमंगला स्थित अखिल कर्नाटक प्राणी सेवा संगठन आदि शामिल थे। साथ ही केंगेरी स्थित कृपा लविंग एनिमल्स में खाद्य सामग्री व दवाओं का वितरण तथा कर्नाटक वेलफेयर एसोसिएशन (ब्लाइंड पीपल) को जरूरत का सामान प्रदान किया व वेलूर की महावीर पशु सेवा केंद्र में गौ सेवा के लिए एक बड़े हॉल के निर्माण हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया। इन कार्यक्रमो में निर्मला दातेवाडिया, ललिता पी नागोरी, कंचन आर जैन, पुष्पाबेन रमेश बाफना, लीला भंसाली, पुष्पा नागौरी आदि ने महत्ती सहयोग किया।
मातृछाया टीम ने जीव दया भक्ति का लिया लाभ