बीकानेर, 22 जुलाई (छोटीकाशी डॉट पेज)। नशे के दुष्प्रभाव के प्रति आमजन और विशेषकर युवा पीढ़ी को जागरूक करने और नशे की लत से मुक्ति के लिए 15 अगस्त से नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत होगी। कलक्टर नमित मेहता ने बुधवार को इस संबंध में आयोजित भारत-सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की वीडियो कांफ्रेंसिंग में हिस्सा लेने के बाद बताया कि भारत सरकार के एसजेइडी मंत्रालय द्वारा देशभर के 272 जिलों में चलाए जाने वाले इस अभियान में बीकानेर जिले को भी शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य नशे के दुष्प्रभावों के प्रति युवा पीढ़ी को जागरूक करते हुए, नशे की लत के शिकार लोगों को नशा मुक्त बनाना है। मेहता ने बताया कि इसके तहत एक जिला स्तरीय कैंपेन कमेटी गठित की जाएगी। इसके अध्यक्ष कलक्टर होंगे तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक इस समिति के सदस्य सचिव होंगे। नशा मुक्ति के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले लोगों को भी इस समिति में शामिल बनाया जाएगा। मेहता ने बताया कि जिला स्तर पर 50 स्वयंसेवकों के जरिए जागरूकता का विशेष कैंपेन चलाया जाएगा। अभियान के तहत कमेटी और स्वयंसेवक जागरूकता के साथ-साथ लोगों को नशे की लत से मुक्ति, काउंसलिंग और नशा मुक्ति के लिए उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिए काम करेंगे। इस अभियान के जरिए स्कूल और कॉलेजों में पडऩे वाले विद्यार्थियों को जोड़ते हुए नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया जाएगा। नशे की व्यक्तिगत और सामाजिक दुष्प्रभावों के प्रति व्यापक अवधारणा विकसित करने और रणनीतिक तरीके से यह एवेयरनेस कैंपेन चलाया जाएगा। मेहता ने यह भी बताया कि भारत सरकार द्वारा नशा मुक्ति अभियान के तहत सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाले 3 जिलों को सम्मानित किया जाएगा । यह अभियान 31 मार्च 2021 तक चलेगा। अभियान की विभिन्न गतिविधियों के लिए कैंपेन कमेटी को दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी मुहैया करवाई जाएगी। जिला कलक्टर ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के उप निदेशक एल डी पवार को इस संबंध में कमेटी गठित करते हुए जल्द से जल्द कमेटी की बैठक बुलाने के निर्देश दिए।