बंगाल और राजस्थान का रिश्ता-नाता पुराना : रतनू

बंगाल और राजस्थान का रिश्ता-नाता पुराना : रतनू


कोलकाता/बीकानेर। राजस्थान पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (आरटीडीसी) के कोलकाता के प्रभारी अधिकारी बीकानेर निवासी हिंगलाज दान रतनू ने कहा कि बंगाल एवं राजस्थान का बहुत पुराना रिश्ता नाता रहा है। रतनू कोलकाता महानगर के प्रेस क्लब प्रांगण के ऑडिटोरियम में ऑल इंडिया ब्रदरहुड फाउण्डेशन के 5 वें स्थापना दिवस समारोह तथा संगबाद प्रभाकर टाइम्स के विशेष अंक संस्करण लोकार्पण में अभिशकता बंद्योपाध्याय द्वारा लिखित पुस्तक सपनों की उङान का विमोचन समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में अपना संबोधन दे रहे थे। रतनू ने अपने ओजस्वी उदबोधन में बंगाल की माटी को नमन् करते हुए कहा कि यह धरती पूजनीय है, वंदनीय है क्योंकि यहाँ पर रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर, सुभाष चन्द्र बोस, सत्यजीत रे की जन्मदात्री धरती है । यहां वीरता, सन्त, साहित्य, कला एवं संस्कृति, धर्म अध्यात्म एवं औधोगिक समृद्धता का अदभुत संगम रहा है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जोयिता बसु खान थी अन्य  विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान पत्रिका कोलकाता के प्रभारी प्रधान संपादक राजेन्द्र शेखर व्यास एवं पर्यटन व्यवसायी प्रसिद्ध उधमी अनिल पंजाबी भी मौजूद थे। इस मौके मंचासीन अतिथियों को अंग वस्र, स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर कोलकाता प्रेस क्लब के महासचिव किंशुक प्रमाणिक, कोलकाता हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रसून दत्त मातृसाधिक, शिशिर कुमार शर्मा, अरूण गुप्ता ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई । कार्यक्रम के प्रारम्भ में संगबाद प्रभाकर टाइम्स के प्रधान संपादक अनिरूद्ध पाॅल ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए संगबाद प्रभाकर टाइम्स के कोलकाता एवं बांगलादेश की राजधानी ढाका से प्रकाशित इस समाचारपत्र के बारे में विस्तार से बताया । धन्यवाद ज्ञापित करते हुए जयंत बंद्योपाध्याय ने सभी का आभार प्रकट किया ।