–डॉ. संजय चोरडिया के 61वें जन्मदिवस पर आयोजित सत्कार कार्यक्रम आयोजित
पुणे। सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट्स के चेयरमैन जाने माने शिक्षाविद प्रो. डॉ. संजय चोरडिया ने सूर्यदत्त के माध्यम से शिक्षा में नई तकनीके और मूल्यों को जोड़ा, साथ ही आज के प्रतिस्पर्धी प्रतियोगिता के युग में नए परिवर्तन को अपनाकर सूर्यदत्त के द्वारा सर्वांगीण विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की परमपरा को भी पोषित किया। नवोन्मेष, स्टार्टअप संस्कृति, उद्यमशीलता विकास पर जोर देते हुए सूर्यदत्त राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। वरिष्ठ वकील और शिप्रमं के अध्यक्ष एड. इसके. जैन ने डॉ. चोरडिया के 61वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित अभिष्टचिंतन समारोह में यह विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का आयोजन संवाद, पुणे, महाराष्ट्र साहित्य कला प्रसारिणी सभा और सूर्यदत्त शिक्षक-गैर शिक्षण कर्मचारी, मित्र परिवार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। सूर्यदत्त के बावधन कैम्पस में आयोजित समारोह में वरिष्ठ उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता विठ्ठलशेठ मनियर, पृथ्वीराज धोका, सूर्यदत्त की उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया, विद्या वाचस्पति विद्यानंद सहित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस दौरान विठठ्लशेठ मनियर ने कहा, शिक्षा के क्षेत्र में उनके महान कार्य को देखकर ख़ुशी होती है। उद्यमिता को प्रोत्साहित करने का उनका स्वभाव मुझे पसंद है। उनके काम का विस्तार होता रहे, यही शुभकामना है।
कार्यक्रम में सूर्यदत्त परिवार की 61 महिलाओं ने दिये जलाकर डॉ चोरडिया की आरती की। सूर्यदत्त नॅशनल स्कूल के छात्रों ने चित्र और ग्रीटिंग कार्ड देते हुए अभिवादन किया। चोरडिया परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और दोस्तों ने प्रो.चोरडिया की लंबी उम्र एवं सफलता की कामना की। प्रसारिणी सभा के कार्यकारी अध्यक्ष सचिन इटकर ने स्वागत भाषण दिया। सायली देशपांडे और प्रशांत पितलिया ने संचालन किया। संवाद पुणे के सुनील महाजन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्मान स्वीकार करते हुए प्रो. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा कि वे इस पारिवारिक आतिथ्य के साथ आयोजित समारोह से अभिभूत हैं। सभी के लिए सर्वांगीण शिक्षा का हमारा कार्य जारी रहेगा।