अर्थव्यवस्था की बदहाली, महंगाई, बेरोजगारी, भूखमरी, हिंसा के भी 8 साल पूरे हुए हैं : डॉ सुभाष अग्रवाल




केपीसीसी महासचिव का तीखा बयान

बेंगलूरु। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के महासचिव डॉ सुभाष अग्रवाल ने केंद्र सरकार की आठ वर्षों की उपलब्धियों के चल रहे बखान के विरुद्ध तीखा पलटवार करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था की बदहाली, महंगाई, बेरोजगारी, भूखमरी, हिंसा के भी 8 साल पूरे हुए हैं…। यहां जारी एक प्रेस बयान में डॉ अग्रवाल ने कहा कि मोदी सरकार के आठ साल ही पूरे नहीं हुए हैं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था की बदहाली, महंगाई, बेरोजगारी, भूखमरी, समानता, हिंसा और नफ़रत के विकास के नए 8 साल भी पूरे हुए हैं। बेरोजगारी ऐतिहासिक रूप से शिखर पर है। थोक और खुदरा महंगाई दर सर्वाधिक भूखमरी इंडेक्स में मोदी राज में भारत पड़ोसी देश बांग्लादेश श्रीलंका और नेपाल से भी पीछे जा चुका है। उन्होंने बताया कि अर्थव्यवस्था तेजी से उल्टे पांव दौड़ रही है। कर्ज लगभग 3 गुना बढ़ चुका है। देश के तमाम संसाधन ओने-पौने दाम पर बेचे जा रहे हैं। चंद पूंजीपतियों के लाखों करोड़ के राइट ऑफ किए गए लेकिन आम जनता के लिए केवल जुमला। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार के जितने भी केंद्रीय मंत्री हैं, कोई भी अपने विभाग से संदर्भित योजनाओं पर बात नहीं करते  और ना ही देश के ज्वलंत समस्याओं पर। सभी केंद्रीय मंत्री मोदी दरबार में नंबर बढ़ाने के लिए कोरी चाटुकारिता का असफल प्रयास करते है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस महासचिव डॉ सुभाष अग्रवाल ने यह भी कहा कि जब जब भाजपा जहां भी सरकार में होती है नफरत और हिंसा के सहारे खौफ की मार्केटिंग करके राजनीतिक लाभ का कुत्सित प्रयास करती है। उन्होंने कहा, कश्मीर की आम जनता ने कभी भी आतंकवाद को स्वीकार नहीं किया। बहुसंख्यक कश्मीरी हमेशा भारत के साथ थे और रहेंगे। आतंकवाद सीमा पार से नियंत्रित है और वर्तमान मोदी सरकार की घुसपैठ रोकने में नाकामी के चलते टारगेट किलिंग जैसी घटनाएं बढ़ी है। डॉ अग्रवाल ने बताया कि यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत में 90 के दशक में जब 58 भाजपा सांसदों की बैसाखी पर वीपी सिंह की सरकार थी। अटलजी, आडवाणीजी की सहमति में जगमोहनजी जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे जो भाजपा के सांसद और मंत्री भी रहे, उस समय कश्मीरी पंडितों को बिना किसी मदद के रातों-रात बेदखल किया गया था।

कांग्रेस नेता ने कहा कि कश्मीर और कश्मीरियों को जलाकर भारतीय जनता पार्टी केवल राजनैतिक लाभ के लिए पूरे देश में खौफ की मार्केटिंग करने में जुटी है।