रुक्टा का क्षेत्रीय सम्मेलन राजकीय डूंगर कॉलेज में सम्पन्न





डायनेमिक डिवीजनल कमिश्नर डॉ. नीरज के. पवन बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे नई शिक्षा नीति पर हुए गहन मंथन में

बीकानेर, 18 मई (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राजस्थान में बीकानेर संभाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर कॉलेज में राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ [रुक्टा] का क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। प्राचार्य डॉ. जी.पी.सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति पर हुए गहन मंथन में मुख्य अतिथि सम्भागीय आयुक्त डा नीरज के पवन रहे थे  वहीं अध्यक्षता डॉ रघुराज सिंह परिहार ने की। सम्मेलन में रूक्टा महामंत्री डा बनय सिंह, सहायक निदेशक डॉ राकेश हर्ष, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के उप कुल सचिव डॉ बि_ल बिस्सा, डॉ एच.आर.इसरान, डॉ घासीराम चौधरी, डॉ जी.एन.घसिया, एआईफु क्टो के प्रो अरूण सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपास्थित रहे। मीडिया प्रभारी डा. राजेंद्र पुरोहित ने बताया कि मुख्य अतिथि डॉ. पवन ने कहा कि नई शिक्षा नीति में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनेक सम्भावनाएं हैं। उन्होनें युवाओं द्वारा सोशल मीडिया से ज्ञान अर्जित करने की प्रवृति पर गहरी चिन्ता व्यक्त की। उन्होनें कहा कि युवाओं को नई शिक्षा नीति के अनुसार ही नये भारत के निर्माण का ज्ञान देने की जिम्मेवारी शिक्षकों को ही लेनी होगी। उन्होनें राजकीय विद्यालयों में पडऩे वाले विद्यार्थियों को भी जीवन में अग्रसर होने की प्रेरणा दी। उद्घाटन समारोह के बाद हुए तकनीकी सत्र में पूर्व प्राचार्य प्रो एच.आर.इसरान ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने उद्बोधन में कहा कि नई शिक्षा नीति में न्यायोचित संशोधन कर राज्य की भौगोलिक परिस्थिति एवं विद्यार्थियों के हितों के अनुसार ही राज्य सरकार को अवगत करवाना होगा। उन्होनें कहा कि कोई भी नवाचार जनउपयोगी होना चाहिये तथा उसके गुणादोष पर मंथन करने पश्चात ही लागू किया जाना चाहिये। डॉ जे.पी.टेलर एवं डॉ के .एस.यादव ने भी अपने विचार रखे। सत्र के दौरान महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो वी के सिंह ने भी ऑनलाइन जुड़ते हुए नई शिक्षा नीति पर अपने विचार रखे। सम्मेलन मेंं बीकानेर सम्भाग के चारों जिलों के विभिन्न महाविद्यालयों के सैकड़ों शिक्षकों ने भाग लिया।