नई दिल्ली, 12 अप्रैल (CK NEWS/CHHOTIKASHI)। आजादी के अमृत महोत्सव के एक वर्ष पूर्ण होने पर नई दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित अमृत समागम कार्यक्रम के दौरान राजस्थान के कला एवं संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में चलाए जा रहे सभी कार्यक्रमों को समावेशी बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी के छिपे हुए हीरोज को स्टेट वाइज लिपिबद्ध किया जाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों को इन हीरोज के साहसिक कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी मिल सके। कल्ला ने अमृत समागम कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान के इतिहास में वीरों की कहानियां भरी पड़ी है उनसे युवाओं को परिचित करवाया जाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि बिजोलिया किसान आंदोलन की धमक अंग्रेजों के कानों तक पहुंची जिसकी महात्मा गांधी ने भी खूब प्रशंसा की। ऐसी महत्वपूर्ण घटनाओं को महोत्सव के माध्यम से हाईलाइट करना चाहिए। उन्होंने बताया कि राजस्थान के इतिहास में ऐसी अनेक अनसुनी कहानियां है जिन्हें अमृत महोत्सव में शामिल करके इस कार्यक्रम को समावेशी बनाया जा सकता है। कल्ला ने स्वर्गीय जय नारायण व्यास की कहानी बताते हुए कहा कि जब वह जेल में थे तो तत्कालीन शासक ने जेल प्रशासन को निर्देश दिए कि इनका और उनके परिवार का पूरा ख्याल रखा जाए क्योंकि ये ही भविष्य के शासक और नीति निर्धारक होंगे। आगे चलकर जय नारायण व्यास राजस्थान के मुख्यमंत्री बने। ऐसी अनसुनी घटनाएं जो आर्काइव रिकॉर्ड में दर्ज हैं उन्हें अमृत महोत्सव के माध्यम से युवाओं को बताया जाना चाहिए।
आनंद भवन, स्वराज भवन देश को दान दे दिये
कल्ला ने कांफ्रेंस के दौरान बोलते हुए बताया कि आजादी के आंदोलन के दौरान जब आनंद भवन और स्वराज भवन में आजादी के आंदोलन की रूपरेखाएं बनती थी वहां एक पत्रकार गया और जवाहरलाल नेहरू से पूछा कि इन भवनों का अब क्या करोगे। तो नेहरू ने कहा कि देश आजाद होने के बाद इन भवनों को देश के लिए दान दे दूंगा, यह बात जब मोतीलाल नेहरू को बताई गई तो उन्होंने नेहरू को बुलाकर उसी वक्त दोनों भवनों को दान करने की बात पर खुशी जाहिर करते हुए सहमति जता दी। उन्होंने कहा कि मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी जैसी विभूतियों की तीन-तीन पीढ़ियों ने जेल की यातनाओं को सहा और देश के लिए सब न्योछावर कर दिया। उनसे जुड़ी ऐसी प्रेरणास्पद कहानियों को हमें अमृत महोत्सव का हिस्सा बनाना चाहिए। अमृत समागम कांफ्रेंस के दौरान कल्ला ने राजस्थान में पिछले 1 वर्ष में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में किए गए कार्यक्रमों का भी विस्तार से विवरण दिया। अमृत समागम कांफ्रेंस में केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी, मीनाक्षी लेखी, अर्जुन राम मेघवाल सहित विभिन्न राज्यों के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रीओं सहित संबंधित विभागों के अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे।