विपिन चंद्र पाठक ने संघ गीतों पर पहली बार किया शोध कार्य







राष्ट्रीय-साहित्यिक-सांस्कृतिक भाव बोध एवं संघ गीत विषय पर पीएचडी


बीकानेर (CK NEWS/CHHOTIKASHI)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न कार्यक्रमों में गाए जाने वाले संघ गीत पर पहली बार शोध कार्य किया गया है। संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान के संगठन मंत्री तथा अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य विपिन चंद्र पाठक ने संघ गीतों पर पहली बार शोध कार्य किया है। उन्होंने राष्ट्रीय-साहित्यिक-सांस्कृतिक भाव बोध और संघ गीत विषय पर विस्तृत शोध कार्य करते हुए संघ गीत में निहित राष्ट्रीय बोध और सांस्कृतिक मूल्यों को विश्लेषण करते हुए राष्ट्रीय भावनाओं की तलाश की है। उनका यह कार्य राजस्थान ही नहीं वरन संपूर्ण देश तथा मानव समाज के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा एवं आम लोगों के लिए भी संघ गीत के माध्यम से राष्ट्रीय भावना जगाने में कार्य करेगा। उन्होंने बताया कि इस शोध कार्य के लिए उन्होंने देशभर में गाए जाने वाले संघ गीतों का संकलन किया और संघ के लोगों से विचार-विमर्श करके इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि संघ गीत के माध्यम से राष्ट्रीय बोध जागृत किया जा सकेगा। इस शोधकार्य का सदुपयोग समाज में राष्ट्रभाव जागरण, स्वधर्म, स्वसंस्कृति, स्वजीवन मूल्य, हमारे आध्यात्मिक मानवीय मूल्यों पर आधारित जीवन दर्शन को उद्घाटित करने वाले एवम् समाज में राष्ट्र भाव भरने वाले इन गीतों की उपयोगिता, महत्ता सर्व व्यापी बने तथा जन जन के लिए कल्याणकारी बनेगी यह समाज की महत्ती आवश्यकता है इस दृष्टि से यह मील का पत्थर साबित होगी। यह भाव सभी ने व्यक्त किए। इस अवसर पर डॉ अन्ना राम शर्मा, डॉ अखिलानंद पाठक, कर्ण सिंह बेनीवाल, संतोष महाराज सहित अनेक उपस्थित रहे। इस खुशी के अवसर पर सभी को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा करवाया गया।