इंदौर में अति उल्लास एवं आनंद के साथ स्थापित हुई विश्व की एकमात्र पन्ने की पद्मावती की प्रतिमा










 

शहर के वीआईपी परस्पर कॉलोनी में राष्ट्रसंत पूज्य गुरुदेव डॉ वसन्तविजयजी म.सा. की निश्रा में साधना मन्दिर का लोकार्पण



इंदौर।
 श्री पार्श्व पद्मावती शक्ती पीठ धाम कृष्णागिरि के पीठाधिपति, राष्ट्रसंत, यतीवर्य, सर्व धर्म दिवाकर पूज्य गुरुदेव श्रीजी डॉ वसंत विजय जी म.सा. की पावन निश्रा में मकर सक्रांति के पावन पुण्य काल में शनिवार को इंदौर में अति विशिष्ट ग्रहों के संयोग, सिद्ध महायोग में अनेक प्रकार के विशेष औषधि एवं जड़ीबूटियों से विभिन्न चूर्णों से परमात्माश्री पार्श्वनाथजी, विश्व की पहली एवं एक मात्र पन्ने की अति दिव्य सिद्ध मां पद्मावती की प्रतिमा एवं अन्य देवी-देवताओं का भव्य 18 अभिषेक मय प्रतिष्ठा अति उल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। त्रिदिवसीय आयोजन के तहत संगीतमय भक्ति व विधान पूर्वक हुए इस कार्यक्रम में भारतभर के विभिन्न राज्यों से आए अनेक श्रद्धालू शामिल हुए। जय-जयकार के साथ परम पूज्य राष्ट्रसंत डॉ. वसंतविजयजी म.सा. के पावन सानिध्य में मंत्रोच्चार के साथ इंदौर मेें विश्व की अलौकिक रत्न की एकमात्र पन्ने की पदमावती की प्रतिमा स्थापित हुई एवं लाखों जप से अष्टभुजी सिद्ध दिव्य भैरव की मूर्ति भी स्थापित हुई। सभी मूर्तियों की स्थापना से विभिन्न ऊर्जा, मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम अति विशेष उल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। आयोजन से जुड़े अभय बागरेचा ने बताया कि कोरोना गाईड लाइंस के तहत हुए इस अतीदिव्य भक्ति कार्यक्रम में शहर के अनेक जनप्रिनिधियों व गणमान्य जनों ने भी शिरकत की। सभी ने प्रसाद भंडारे का भी लाभ लिया।


श्री पार्श्व भैरव भोमिया माणिभद्र लक्ष्मी महापूजन आज, उज्जैन में श्री कार्य सिद्धि गणपति महामंदिर का ऐतिहासिक भूमिपूजन-शिलान्यास कल

इंदौर। वी.आई.पी.परस्पर कॉलोनी में राष्ट्रसंत डॉ. वसंत विजयजी म.सा. के पावन सानिध्य में रविवार, 16 जनवरी को सुबह दस बजे श्री पार्श्व भैरव भोमिया माणिभद्र लक्ष्मी महापूजन, दोपहर 2 बजे श्री बृहद् शांति स्नात्र महापूजन होगा। वहीं अगले दिन सोमवार, 17 जनवरी को उज्जैन के भूखी माता मंदिर से उजड़ खेड़ा हनुमान की तरफ रास्ते में विंध्याचल आश्रम के पास श्री कार्य सिद्धि गणपति महामंदिर का ऐतिहासिक भूमिपूजन-शिलान्यास महोत्सव आयोजित होगा। अभय बागरेचा ने बताया कि उक्त भूमिपूजन कार्यक्रम में विशाल जनमेदिनी, संतगण, महात्मागण पधारेंगे।