बीकानेर में बैंककर्मियों ने हड़ताल के तहत विरोध करते हुए निकाली रैली





बीकानेर, 16 दिसम्बर (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। सरकारी बैंकों के निजीकरण की नीति के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के बैनर तले देशभर के दस लाख सरकारी बैंक कर्मियों की हड़ताल का गुरुवार को पहला दिन रहा। अधिकारी कर्मचारी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के दौरान आज बीकानेर के सभी सरकारी बैंकों के सैकड़ों सदस्यों ने विरोध स्वरूप बैंक ऑफ  बड़ौदा स्टेशन रोड शाखा से दुपहिया वाहन रैली निकाली जिसमें बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों अधिकारियों ने भी भाग लिया। समन्वयक वाई.के.शर्मा ने बताया कि रैली में सीताराम कच्छावा, सुभाष दैया, अशोक मीणा, छोटूलाल, आर.के. मोदी, मनोज सैनी, अशोक सोलंकी, संदीप गढ़वाल, रूपेश शर्मा, राजेन्द्र चौधरी, करण सिंह देवडा, श्यामसुन्दर मीणा, चन्द्रकांत व्यास, रामप्रताप गोदारा के साथ सैंकड़ों अन्य बैंककर्मियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि निजीकरण के खिलाफ  और सरकार की नीतियों के खिलाफ  नारेबाजी के साथ बैंक कर्मियों ने अपने हाथ में तख्तियां ली हुई थी जिन पर निजीकरण के खिलाफ  सरकारी क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण बंद करो, प्रतिगामी बैंकिंग सुधार को वापस लिया जाए, छुट्टी नहीं हड़ताल है, निजी करण को आग लगा दो, निजी करण का क्या अंजाम-गुलाम बनेगा हिंदुस्तान, यूएफ बीयू जिंदाबाद नारे लिखे हुए थे। नारों के साथ दो-दो की पंक्तियों में अनुशासित तरीके से शहर के मुख्य मार्ग कोटगेट से केईएम रोड होते हुए कचहरी परिसर का चक्कर लगाते हुए कर्मचारी जिलाधीश कार्यालय के समक्ष पहुंचे। जहां प्रदर्शन सभा के रूप में परिवर्तित हो गया। सभा में सभा में एनसीबीई से मुकेश शर्मा, अधिकारी संगठन के मृत्युंजय, एआईबीईए के रामदेव राठौड़, जयशंकर खत्री, जेपी वर्मा, एसडी नागल, अक्षय व्यास, आनंद ज्यानी, महिला कर्मचारियों में निर्मला गोदारा आदि ने संबोधित किया और बताया कि यह हड़ताल बैंककर्मियों की वेतन वृद्धि के लिए नहीं है बल्कि जनता की जीवनभर की गाढ़ी कमाई को चंद मुनाफाखोर पूंजीपतियों के हाथों में जाने से रोकने के लिए है। रामदेव राठौड़ व वाई.के.शर्मा ने बताया कि इस बार का बैंक आंदोलन इस वजह से विशिष्ट रहा कि यहां पर विभिन्न केंद्रीय श्रम संगठनों ने भी इसका समर्थन किया। उसमें रेलवे कर्मचारियों के नेता अनिल व्यास, इंटक से हेमंत किराडू, एटक से रहमान कोहरी, सीटू से मूलचंद खत्री, रोडवेज के गिरधारी लाल प्रतिनिधि इस रैली में शामिल रहे और उन्होंने समर्थन संबोधन दिया।  


17 दिसम्बर को निकालेंगे जुलूस, मानव शृंखला बनाकर करेंगे विरोध प्रदर्शन


हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार, 17 दिसंबर को सभी बैंक कर्मचारी विरोध स्वरूप स्टेट बैंक ऑफ  इंडिया की पब्लिक पार्क शाखा के सामने जुलूस के रूप में जिलाधीश कार्यालय पर जाकर प्रदर्शन करेंगे एवं मानव श्रृंखला आयोजित कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। वाई के शर्मा ने सभी साथियों का आभार व्यक्त किया और सरकार को चेतावनी दी कि कर्मचारियों के धैर्य का इम्तिहान ना लें क्योंकि बैंक कर्मचारियों का यह आंदोलन केंद्र श्रमिक संगठनों के साथ संयुक्त आंदोलन के रूप में देश की सरकार के सामने आमजन के हितों के लिए लंबी लड़ाई लडऩे के लिए कमर कस चुका है और यह निश्चय कर चुका है कि 2 दिन की सांकेतिक हड़ताल का भी यदि सरकार की हठधर्मिता पर कोई असर नहीं पडा तो सभी बैंक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल से भी पीछे नहीं हटेंगे।