राजस्थान सरकार का कोलकाता में 'निवेशक कनेक्ट कार्यक्रम'








निवेश प्रक्रियाओं को आसान बनाया गहलोत सरकार ने : मंत्री धारीवाल


कोलकाता। राजस्थान सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में राज्य में निवेश को आकर्षित करने के लिए राष्ट्रीय भागीदार सीआईआई के साथ कोलकाता के होटल आईटीसी सोनार में 'निवेशक कनेक्ट' कार्यक्रम 'इन्वेस्ट राजस्थान रोड शो' का आयोजन बुधवार को किया है। पश्चिम बंगाल स्थित कॉरपोरेट्स और उद्यमियों को यहां मीटिंग में आमंत्रित कर  इच्छुक निवेशकों से आगामी 24-25 जनवरी, 2022 को जयपुर में होने वाले इन्वेस्टमेंट समिट में भाग लेने की अपील की है। राजस्थान और पश्चिम बंगाल दोनों राज्यों के लिए सामान्य हित क्षेत्र हैं खान और खनिज, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, ऊर्जा, कपड़ा, रसद, आईटी और आईटीईएस, स्वास्थ्य देखभाल, चमड़ा और जूते और एमएसएमई आदि। इस अवसर पर राजस्थान के यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि कांग्रेस सरकार ने नीतिगढ़ ढांचे को इस तरह से तैयार किया है जिससे राजस्थान में विकास में तेजी आ सकती है। उन्होंने कहा कि आरआईपीएस 2019 प्रोत्साहन की योजना, एमएसएमई नीति, सिंगल विंडो सिस्टम (एसडबल्यूएस) और वन स्टॉप शॉप (ओएसएस) सुविधा ऐसी पहल है जिसमें निवेश की प्रक्रिया को आसान बना दिया है। अदानी, रिन्यू पावर, ग्रीनकोट जैसे निवेशकों ने भी राज्य में हरित ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। इस अवसर पर रोहिताश्व सिंह तोमर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी भिवाड़ी एकीकृत विकास प्राधिकरण राजस्थान, सीताराम अग्रवाल स्वतंत्र निदेशक रीको लिमिटेड और प्रबंध निदेशक, मंगला इस्पात, सुरेश के पोद्दार अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मयूर यूनिकोटर्स लिमिटेड, रोहित बोहरा विधायक और निदेशक, पॉलीप्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने भी राजस्थान में किए गए निवेश पर अपनी परियोजनाओं और अनुभवों को साझा किया। सुभाषेंदु चटर्जी, उपाध्यक्ष, सीआईआई पश्चिम बंगाल और पूर्णकालिक निदेशक, हल्दिया पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड, संजय साबू अध्यक्ष, सीआईआई राजस्थान और प्रबंध निदेशक, वेंकटेश्वर वायर्स प्राइवेट लिमिटेड, राजस्थान पर्यटन विकास निगम के कोलकाता प्रभारी अधिकारी हिंगलाजदान रतनू सहित अनेक मौजूद थे।



राजस्थान में व्यापार करने में आसानी, मातृभूमि से जुडऩे के लिए आमंत्रित कर रहे प्रवासियों को : धीरज श्रीवास्तव


राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि राजस्थान आकार के मामले में भारत का सबसे बड़ा राज्य है और खनिजों और अन्य प्राकृतिक संपदा से समृद्ध है।  पिछले कुछ वर्षों में, राज्य में औद्योगिक विकास के पूरक के लिए एक मजबूत नीति और बुनियादी ढांचा विकसित किया गया है। राजस्थान धीरे-धीरे निवेशकों की पसंद बन गया है क्योंकि यहां व्यापार करने में आसानी और निवेशकों के अनुकूल नीतिगत ढांचा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कोलकाता की जड़ें राजस्थान से जुड़ी हुई हैं क्योंकि राजस्थान के कई प्रवासियों ने इस शहर में अपना मजबूत आर्थिक आधार स्थापित किया है। हम उन्हें आगामी निवेश राजस्थान 2022 के साथ अपनी मातृभूमि से जुडऩे के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। रीको द्वारा विकसित 360़ औद्योगिक क्षेत्रों में 40,000़ से अधिक इकाइयां पहले से ही चालू हैं और लगभग 150 अन्य योजना प्रक्रिया में हैं।