प्रस्तावित निजीकरण के लिए लाए जा रहे बैंकिंग संशोधन अधिनियम के खिलाफ दो दिवसीय बैंककर्मियों की हड़ताल 16 से








बीकानेर (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। दो सरकारी बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के लिए लाए जा रहे बैंकिंग संशोधन अधिनियम के खिलाफ दो दिवसीय बैंककर्मियों की 16 व 17 दिसम्बर को हड़ताल पर वार्ता की गयी। राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन (आरपीबीईयू) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए वाई.के.शर्मा 'योगी' ने सर्वप्रथम देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नि एवं अन्य सैनिकों के असामयिक निधन पर मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। आरपीबीईयू के उपमहासचिव रामदेव राठौड़ ने बताया कि 16 दिसंबर को हड़ताल की रैली स्टेशन रोड़ स्थित बैंक ऑफ  बड़ौदा से 11:00 बजे आरंभ हो कर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचेगी। 17 दिसंबर को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की पब्लिक पार्क शाखा से रैली आरंभ होकर जिला कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचेगी। रिटायर्ड बैंककर्मी सीताराम कच्छावा ने संगठन की मजबूती के लिए युवा साथियों से अधिकाधिक संख्या में संगठन से जुडऩे की अपील करते हुए संगठन के संघर्षों से हासिल किए गए निर्णयों से अवगत करवाया। पंजाब नेशनल बैंक से आनंद ज्याणी ने आने वाले समय में आंदोलन को और तेज करने के लिए प्रति माह एक बैठक की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक में सुधीर भल्ला, अनीस अख्तर कोहरी इंडियन बैंक, बलदेव दास व्यास, जयशंकर खत्री अशोक सोलंकी यूनियन बैंक से, संदीप सिंह जावा, दयाशंकर मोदी, चेतन बारासा पंजाब नेशनल बैंक से, छोटू लाल चांवरिया बैंक ऑफ  महाराष्ट्र, हरीश कटारिया, किशन कुमार डागा, नारायण सेन बैंक ऑफ  बड़ौदा से तथा अनिल मखीजा सेंट्रल बैंक ऑफ  इंडिया से भाग लिया।