भारत की कला-संस्कृति की पहचान कुंतल चौधरी ने विश्व स्तर पर कायम की, पेंटिंग सैन फ्रांसिस्को की प्रदर्शनी में दस लाख में बिकी !




सीके न्यूज। बीकानेर। राजस्थान की मूल निवासी एवं अमेरिका प्रवासी चित्रकार कुंतल चौधरी की पेंटिंग्स का चयन अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर के प्रतिष्ठित वार्षिक आर्ट स्पैन में चुनिंदा 32 चित्रकारों के साथ प्रदर्शन हेतु किया गया। यह प्रदर्शनी सैन फ्रांसिस्को के फोर्ट मेशन पर आयोजित की गई। जो कि 1975 से लगातार प्रतिवर्ष प्रतिष्ठित आर्ट स्पैन सैन फ्रांसिस्को ओपन स्टूडियो के बैनर तले आयोजित की जाती है। कुंतल चौधरी की पेंटिंग लोक नृत्य को इस प्रदर्शनी में 10 लाख की कीमत प्राप्त हुई। वहीं एक अन्य पेंटिंग द्रोपदी भी 7 लाख की कीमत पर बिकी। कुंतल चौधरी की ये पेंटिंग्स भारतीय पुराणों और संस्कृति के प्रसंग पर आधारित एक्रेलिक ऑन कैनवस पर बनी है। इस कम उम्र में ही विश्व के ख्यातनाम चित्रकारों के मध्य अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर कुंतल चौधरी ने भारत की कला एवं संस्कृति की पहचान विश्व स्तर पर कायम की है और इस प्रदर्शनी में कला प्रेमियों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही है। एक कला प्रेमी ने इतनी ऊंची कीमत पर चौधरी की पेंटिंग को खरीदते हुए कहा कि अगर मेरे पास बैंक बैलेंस होता तो मैं एक पेंटिंग और खरीद लेता। ज्ञात रहे कुंतल चौधरी ने कला स्नातक डिग्री अमेरिका के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से सर्वोच्च स्थान प्राप्त करते हुए मैग्ना कम ल्यूडे उपाधि के साथ अर्जित की थी। कुंतल चौधरी की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके पिता सुरेश चौधरी ने कहा कि फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान एवं भारत के पदम विभूषण से सम्मानित ख्यातनाम चित्रकार स्वर्गीय एसएच रजा ने 10 वर्ष पूर्व ही उनके चित्रों में किए गए रंग संयोजन की तारीफ करते हुए लिखित प्रशंसा में कुंतल को विश्व स्तरीय चित्रकार बनने वाली प्रतिभा बताया था, जो कि बिल्कुल सही साबित हुई है। कुंतल चौधरी की विश्व मंच चयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए चित्रकार महावीर स्वामी ने इसे बीकानेर के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है और कहा कि कला के क्षेत्र में कैरियर बनाने की रूचि रखने वाले युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी।