'निर्दोष गर्भस्थ शिशु की गर्भपात के नाम पर हत्या संवैधानिक अधिकारों का हनन'





राजस्थान के बीकानेर में गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशोर तिवाड़ी ने कहा कि निर्दोष गर्भस्थ शिशु की गर्भपात के नाम पर हत्या, महापाप एवं उसके संवैधानिक अधिकारों का हनन है। स्थानीय पाराशर भवन में बीकानेर सहित नोखा, श्रीडूंगरगढ़, लूणकरणसर, नोखा, देशनोक, श्रीकोलायत के चुनिेंदा सायकों का 25 वर्षों के दौरान अतुलनीय सेवा, सहयोग के लिए आयोजित सम्मान समारोह मेें तिवाड़ी ने यह बात कही। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को दुपट्टा ओढ़ाकर गीता प्रेस की स्वामी रामसुखदासजी द्वारा रचित ग्रंथ 'साधक संजीवनी-संत आनन्द ब्रह्मचारी ऋषिकेश के कर कमलों द्वारा भेंटकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान जन समुदाय को मुख्य अतिथि एन.के. शर्मा और विशिष्ट अतिथि पंडित वृजलालजी शर्मा ने अपने भाषण में भ्रूण हत्या को पाशविक कृत्य बतलाते हुए समाज पर कलंक बतलाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एम.सी.बिन्नाणी ने संस्था के 25 वर्ष के शानदार कार्यक्रम व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन योगेन्द्र कुमार भाटी ने व व्यवस्था प्रभार मालचन्द पारीक, सुरेश शर्मा, गोवर्धन सोनी ने सम्भाला। मुस्कान ने कविता सुनाकर सभी को भाव विह्वल कर दिया।