राजकीय विधि स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हुआ पौधारोपण : पहला पौधा लगाकर उच्च शिक्षा मंत्री BHANWAR SINGH BHATI ने शुरू किया कार्यक्रम





बीकानेर, 17 जुलाई [CK NEWS/CHHOTIKASHI]। उच्च शिक्षा मंत्री भँवर सिंह भाटी ने शनिवार को राजकीय विधि महाविद्यालय में 'हरयालो राजस्थान, हरयालो बीकानेर' कार्यक्रम के तहत पौधरोपण किया। इस अवसर पर महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह, राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह एवं विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. भगवाना राम बिश्नोई के मौजूद रहे। इस दौरान पहला पौधा लगाते हुए उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड की वर्तमान परिस्थितियों में हमने ऑक्सीजन के गम्भीर संकट का सामना किया। उस दौर ने हमें पेड़ों के महत्व के प्रति और अधिक जागरूक किया है। इस दौरान पेडो़ की महत्ता और बढ़ गई है। उन्होंने आह्वान किया कि न केवल पेड़-पौधे लगाने चाहिए, बल्कि इनकी नियमित देखभाल भी करते रहना चाहिए। ऐसा कर हम अपने नैतिक कर्तव्यों का निवर्हन कर पाएंगे। उन्होंने महाविद्यालय की इस पहल को सराहा। विशिष्ट अतिथि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने  कहा कि हर परिवार को अपने सदस्यों के जन्मदिवस एवं विवाह वर्षगाठ के अवसर पर कम से कम 10 पौधे अवश्य लगाने चाहिए।उन्होने कहा कि बीकानेर शहर में नालों के आस-पास लगे पीपल के पेड़ों को नगर निगम के सहयोग से वैज्ञानिक पद्धति अपनाते हुए विश्वविद्यालय में स्थानातरित करवाने की कार्यवाही की जाए। राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ जी.पी. सिंह ने इस कार्यक्रम के तहत राजकीय विधि महाविद्यालय के खेल मैदान हेतु बकाया भूमि, प्रक्रिया अनुसार जल्द सुपुर्द करने तथा विधि महाविद्यालय में सेमीनार हाॅल के लिए पीटीईटी फण्ड के महाविद्यालय अंश से 50 लाख रूपये की वित्तीय सहायता देना का भी आश्वासन दिया। अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. भगवाना राम बिश्नोई ने कहा कि महाविद्यालय परिसर में मानसून के दौरान कुल 151 पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इन पेड़ों के संरक्षण हेतु महविद्यालय परिसर में ड्रीप सिस्टम लगाया जाएगा। इस कार्यक्रम में पर्यावरणविद् डाॅ. श्याम सुन्दर ज्याणी, ज्ञान विधि महाविद्यालय के प्राचार्य बीएल बिश्नोई,  लक्ष्मणराम कड़वासरा, श्रीचंद ठेकेदार एवं महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।