जीवन जीने की कला और खुशियों के सबक से मुखातिब होंगे प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों के शिक्षक और विद्यार्थी


बीकानेर, 12 जून (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। वर्तमान में व्याप्त कोरोना महामारी ने उच्च शिक्षा और प्रदेश के तकनीकी विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों और उनसे जुड़े असंख्य स्टाफ और उनके परिवारों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित किया हैं। एक बड़ी चुनौती के रूप में विद्यार्थियों और सम्बद्ध महाविद्यालयों ने इसका सामना किया है। जहां एक ओर उनके मनोबल में गिरावट आई है वही दुसरी और उनकी सकारत्मक ऊर्जा और मनरूस्थति काफ ी हद तक प्रभावित हुई हैं। ऐसे परिदृश्य में गतिशील तकनीकी शिक्षा व्यवस्था के हितधारक प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजो और उनसे जुड़े सभी विद्यार्थियों के मनोबल में वृद्धि, स्वास्थ्य संवर्धन, मनोवैज्ञानिक, योग विज्ञान के माध्यम से नए उत्साह के साथ पुन: मुख्यधारा में सक्रिय करने के लिए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय जीवन जीने की कला 'आर्ट ऑफ  लिविंग' का सफ लतापूर्वक क्रियान्वयन करने जा रहा हैं। विवि के सहायक जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के निर्देशानुसार बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा सभी कॉलेजों में आर्ट ऑफ  लिविंग की नि:शुल्क ऑनलाइन कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। विवि के कुलपति अम्बरीश शरण विद्यार्थी ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के कारण पैदा हुई नई चुनौतियों के मद्देनजर विद्यार्थियों को अपने मानसिक स्वास्थ्य से संघर्ष करना पड़ रहा हैंए ऐसे में यह कार्यशाला उनके लिए लाभदायक होगी। इस सम्बन्ध में हाल ही में निदेशक, अकादमिक डॉ यदुनाथ सिंह द्वारा एक आदेश जारी कर सभी कॉलेजों को इसके प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश जारी किए गए हैं। निर्देशानुसार सप्ताह के प्रत्येक 3 दिन विद्यार्थियों एवं 3 दिन शिक्षकों के लिए नि:शुल्क ऑनलाइन कार्यशाला, आयोजित की जायेगी जिसमें आर्ट ऑफ  लिविंग संस्था के दक्ष विशेषज्ञ इस कोर्स के सत्र का संचालन करेंगे।