नवरात्र के दूसरे दिन सरस्वती माता मंदिर में पं. देवेन्द्र सारस्वत के नेतृत्व में हुआ एक कुंडीय यज्ञ

 





CK NEWS, CHHOTIKASHI, BIKANER : नवरात्र पर्व के पावन पर्व पर पब्लिक पार्क स्थित सरस्वती माता मंदिर में विशेष श्रंगार के उपरांत यज्ञ एवं आरती का आयोजन किया गया। भवानी कौशिक ने बताया कि कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए यज्ञाचार्य पं. देवेन्द्र सारस्वत के नेतृत्व में एक कुंडीय यज्ञ किया गया। यज्ञाचार्य पं. देवेन्द्र सारस्वत ने बताया कि नवरात्रि के द्वितीया तिथि को मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। ब्रह्म का अर्थ होता है तपस्या और चारिणी का अर्थ है आचरण करने वाली। ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तप का आचरण करने वाली। मां के इस स्वरूप की पूजा करने से तप, त्याग, सदाचार, संयम आदि की वृद्धि होती है। यज्ञ में नवदुर्गा मंत्र, नवग्रह मंत्र, सरस्वती मंत्र, गायत्री मंत्र तथा महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियां दिलाई गई। आहुतियों में विश्व कल्याण की कामना की गई। यज्ञ में इन्द्रा कंवर, शोभा सारस्वत, प्रकाश कंवर तथा विमला कंवर द्वारा आहुतियां दी गई।