शिक्षक संगठनों को मान्यता के संबंध में निदेशक के समक्ष संगठन ने मजबूती से रखा पक्ष




बीकानेर {V} । माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ सौरभ स्वामी द्वारा शिक्षक संगठनों को मान्यता देने के संबंध में बुलाई गई बैठक में आज राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश अध्यक्ष सम्पत सिंह एवं प्रदेश मंत्री रवि आचार्य ने शिक्षक संगठन को मान्यता देने के संबंध में संगठन की ओर से प्रतिनिधित्व हुए मजबूती से अपना पक्ष रखा । प्रदेश मंत्री रवि आचार्य ने यह जानकारी देते हुए बताया कि संगठन का यह दृढ़ मत है कि किसी भी संगठन के मूलाधार के रूप में कार्यकर्ता , कार्यक्रम , कोष और कार्यालय - इन चार सूत्रों की पहचान कर आगे बढ़ना चाहिए । विभाग में कार्यरत समस्त शिक्षकों के सर्वव्यापी संगठन को मान्यता प्रदान करने पर बल देते हुए प्रदेश अध्यक्ष सम्पत सिंह ने कहा कि समस्त प्रकार के शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन समग्र और व्यापक रूप से संपूर्ण विभाग का हितचिंतन करते हुए प्रत्येक संवर्ग की वाजिब मांगों की पुरजोर वकालत करता है जिससे समस्त शिक्षकों का सर्वांगीण विकास हो सकता है । किसी अन्य संवर्ग के हितों पर कुठाराघात कर केवल अपने ही हित की बात करने का एकांगी दृष्टिकोण रखने से समाधान नहीं हो पाता है । इसी दृष्टि से सर्वस्पर्शी संगठन को मान्यता दिया जाना उचित होगा । रवि आचार्य ने कहा कि पूर्व में विभाग दवारा संगठनों को मान्यता देने के लिए कई बार प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी किंतु उसका कोई परिणाम नहीं निकला । निदेशक ने इस बार प्रारंभ की गई प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की । आचार्य ने बताया कि राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक संगठनों को मान्यता प्रदान करने के लिए स्वच्छ एवं पारदर्शी तरीके से अपनाई जाने वाली प्रक्रिया का सदैव स्वागत करता है । उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन दवारा कम से कम गत 5 वर्षों का सदस्यता का विवरण , निर्वाचित प्रदेश व जिला कार्यकारणी की सूचियों , बैंक खाता विवरण , सीए की ऑडिट रिपोर्ट आदि दस्तावेज प्रस्तुत करने वाले एवं व्यवस्थित संचालन करने वाले संगठनों को ही मान्यता प्राप्त की प्रक्रिया में भाग लेने की स्वीकृति प्रदान की जानी चाहिए जिससे अगंभीर संगठनों को प्रक्रिया को बेपटरी कर दिए जाने का मौका नहीं मिल सके ।