मेयर राजपुरोहित बतौर अतिथि : भारतीय रेलवे मजदूर संघ के अभा अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह का आह्वान ; डगर मुश्किल-लेकिन असंभव नहीं ; आत्मविश्वास नहीं खोएं










उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ का द्विवार्षिक जोनल अधिवेशन सम्पन्न



बीकानेर, 7 मार्च {CK NEWS/CHHOTIKASHI}। उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ का द्विवार्षिक जोनल अधिवेशन यहां रेलवे क्लब में रविवार को आयोजन किया गया। इस अधिवेशन में बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, अजमेर रेल मण्डलों से संगठन के पदाधिकारी, सदस्य एवं कार्यकर्ता शामिल हुए। अधिवेशन का शुभारम्भ बीकानेर नगर निगम मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित, भारतीय रेलवे मजदूर संघ [भारेमसं] के अखिल भारतीय अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, संघ के जोनल महामंत्री अजय कुमार त्रिपाठी, भारतीय रेलवे मजदूर संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जगदीश कुमार शर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-विभाग कार्यवाह डॉ. बृजनंदन शृंगी, भामसं के प्रदेश उद्योग प्रभारी हरिमोहन चाण्डक, जिला मंत्री प्रमोद सिंह शेखावत, जिलाध्यक्ष शिवकुमार व्यास तथा मंडल अध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा की उपस्थिति में हुआ। संघ के जोनल महामंत्री अजय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बीते वर्ष कोविड-19 महामारी के प्रकोप से न केवल रेलवे कर्मचारी बल्कि समाज का हर वर्ग प्रभावित हुआ है। लेकिन इस कालखण्ड में रेलवेकर्मियों ने कंधे से कंधा मिलाकर लोगों की सेवार्थ, रेलवे के लिए बखूबी से काम किया। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं  ने अपने निजी स्तर पर हजारों की संंख्या मेें मास्क, काढा, सैनेटाइजर, खाद्य सामग्री इत्यादि वितरित कर कोरोना वॉरियर्स के रुप में अत्यंत ही सराहनीय कार्य किए।


रेलकर्मियों की विभिन्न समस्याओं को संघ समय-समय पर उठाकर समाधान के कर रहा अच्छे प्रयास

भारतीय रेलवे मजदूर संघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि रेल कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर  संघ द्वारा समय-समय पर न केवल रेलमंत्री, बल्कि सांसदों को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाकर समाधान के अच्छे प्रयास किए है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार दमनकारी व मजदूर विरोधी कार्य कर रही है, लेकिन हार नहीं मानकर चुनौतियों का डटकर मुकाबला करने का आहवान उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चार नए श्रमिक कोड बिल लाए गए है, जो अप्रेल 2021 में लागू होने संभावित है। रेलवे में संगठनों को मान्यता के लिए चुनाव भी इस नए श्रम कानूनों के प्रावधानों के अनुसार होने की संभावना है। इस नए प्रावधान में 51 प्रतिशत मत पाने वाले संगठन को ही मान्यता मिलेगी। उन्होंने आह्वान किया कि डगर मुश्किल है, मगर असंभव नहीं, हमें अपना आत्मविश्वास नहीं खोना चाहिए। आने वाला समय हमारा है, प्रत्येक रेल कर्मचारी हमें आशा भरी नजरों से देख रहा है। भामसं के प्रदेश उद्योग प्रभारी हरिमोहन चाण्डक ने कहा कि यह पूरा कार्यकाल सरकार मजदूर विरोधी नीतियों, रेलवे का निजीकरण, निगमीकरण, पदों का अंधाधुंध सरेंडर करने के साथ ही दमनकारी मजदूर विरोधी कार्य करती रही है। इस दौर में हमारे कई साथियों का उत्पीडऩ भी हुआ है, लेकिन हमें हार नहीं मानना है और हर प्रकार की चुनौतियों का पुरजोर मुकाबला करते हुए आगे बढऩा है। इसी क्रम में हमने गेट मीटिंग, रैलियां, धरने, प्रदर्शन, भूख हड़ताल आदि विभिन्न तरीकों से मजदूर विरोधी कार्यों का भरपूर विरोध किया है और करते रहेंगे। डॉ. बृजनंदन शृंगी ने अपने मार्गदर्शन में कहा  कि संगठन में पूर्ण अनुशाासन रहे इसके लिए आह्वान करता हूं कि संगठन के सभी कार्यकर्ताओं को बहादुर सिपाहियों की तरह भामसं/भारतीय रेलवे मजदूर संघ द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए हमें सबको साथ लेकर टीम भावना से काम करते हुए आने वाली चुनौतियों का सामना करते हुए आगे और ऊंचाई पर पहुंचे।


ध्वजारोहण, दीप रोशन व श्रम गीत

संगठन के जोनल सह-कोषाध्यक्ष सुनील कुमार शादी ने बताया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ के द्विवार्षिक अधिवेशन शुभारम्भ से पहले पदाधिकारियों, गणमान्य व्यक्तियों, अतिथियों के मंचासीन के बाद ध्वजारोहण, दीप प्रज्जवलन किया गया और जगदीश जोशी, जोनल कोषाध्यक्ष द्वारा श्रम गीत प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात्् बैज, दुपट्टे से अतिथियों का परम्परागत स्वागत किया गयाा। दोपहर बाद कार्यक्रम पश्चात् विधिवत रुप से ससम्मान ध्वज अवतरण किया गया।