बीकानेर टैक्नीकल यूनिवर्सिटी व प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि का धर्म, अध्यात्म, सामाजिक संस्कृति विषयों पर एमओयू





बीकानेर, 7 फरवरी (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राजस्थान के विद्यार्थी एक बार पुन: अपनी सभ्यता और आध्यात्मिक से रुबरु होंगे। तकनीकी शिक्षा में आध्यात्मिक का समावेश एवं सांस्कृतिक समन्वय की परिकल्पना को साकार मूर्त रुप देते हुए बीकानेर टैक्नीकल यूनिवर्सिटी ने प्रजापित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन [एमओयू] सम्पन्न किया है। यूनिवर्सिटी के सहायक जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने रविवार को बताया कि कुलपति प्रो. एच.डी.चारण ने हाल ही ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का दौरा कर वहां के शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ मृत्युंजय के साथ समझौता पर हस्ताक्षर किए एवं इस अवसर पर दोनों विश्वविद्यालयों ने अपने समझौता ज्ञापन एक दूसरे को हस्तांतरित किए। एमओयू के तहत दोनों विश्वविद्यालय अपने शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक आदान प्रदान करेंगे, साथ ही शिक्षा के आध्यत्म से जुड़ाव को लेकर विभिन्न नवीन पाठ्यक्रमों की कार्ययोजनाओं पर भी कार्य करेगा। कुलपति प्रो एच.डी.चारण ने कहा कि शिक्षा और अध्यात्म विज्ञान का समन्वय स्थापित कर विद्यार्थियों को एक नया माहौल प्रदान किया जा सके जिससे विद्यार्थी अपनी धर्म व सभ्यता संस्कृति के प्रति जुड़ाव महसूस कर सके और शिक्षा को संस्कार के साथ ग्रहण कर सके जिससे आने वाले समय में हमारे विधार्थी देश के भावी कर्णधार बन सके। इस एमओयू के माध्यम से विश्वविद्यालय ने प्रयास किया है कि विद्यार्थियों में एक संदेश दिया जा सके कि शिक्षा के साथ ज्ञान के संस्कृति को उन्हें अपनाना है और एक अच्छा नागरिक बनना है साथ ही अपनी सभ्यता व संस्कृति को जानना पहचानना और अपनाना है। हमने एक प्रयास किया है कि हमारे विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और शिक्षकगण हमारी सभ्यता और संस्कृति को एक बार पुन: पहचानने का प्रयास करेंगे और अपने अनुसंधान के माध्यम से अपने आध्यात्मिक ज्ञान को विकसित करेंगे। हम शैक्षणिक अनुसन्धान, अकादमिक कार्यक्रम, पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण, अकादमिक परियोजनाए, विषय विशेषज्ञ व्याख्यान, सामाजिक एवं सांस्कृतिक आदान.प्रदान द्वारा समझौता ज्ञापन के तहत दोनों विश्वविद्यालय मिलकर संयुक्त रुप से पर कार्य करेंगे, जिससे सभी में अपनी संस्कृति के प्रति उत्तरदाइत्व की भावना विकसित होगी। यह समझौता ज्ञापन धर्म, अध्यात्म, सामाजिक संस्कृति विषयों पर दोनों विश्वविद्यालय इस 'आध्यात्मिक सेतु' के माध्यम से सांस्कृतिक आदान प्रदान करेंगे।