बीकानेर, 2 फरवरी (सीके मीडिया/छोटीकाशी)। बॉर्डर की रक्षा में मुस्तैद बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स [बीएसएफ] के जवानों का हौसला अफजाई करने और बॉर्डर पोस्ट सांचू पर अंतर्राष्ट्रीय सीमा का जायजा लेने के लिए इंडियन नेशनल ट्रस्ट फोर आर्ट्स एण्ड कलचरल हैरिटेज बीकानेर चैप्टर के सदस्यों ने भ्रमण किया। चैप्टर के संयोजक पृथ्वीराज रतनू ने बताया कि 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में सांचू पोस्ट के जवानों ने दुश्मन के छक्के छुड़ाकर पाकिस्तान की अग्रिम चौकियों पर भी कब्जा जमाकर अपने शौर्य का परिचय दिया था। सीमा के रणबांकुरों की शौर्य गाथा को भी यहां सुरक्षित-संरक्षित रखा गया है। इन्टैक सदस्यों ने सीमा सुरक्षा में डटे जवानों की मुस्तैदी और हौसलों की सराहना की। इन्टैक कोषाध्यक्ष सुनील बांठिया ने बताया कि इससे पहले इन्टैक चैप्टर ने बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ को सीमा चौकी क्षेत्र में राजस्थान की कला और संस्कृति के दिग्दर्शन करवाने के उपायों पर भी चर्चा की। रोटरी क्लब के पूर्व गवर्नर और इन्टैक सह संयोजक अरुण प्रकाश गुप्ता ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल के जांबाजों की शौर्य गाथाएं जन-जन तक पहुंचाने के लिए इन्टैक के साथ मिलकर काम करेंगे। राजस्थान पर्यटन विकास निगम [आरटीडीसी] के कोलकाता प्रभारी व इन्टैक से जुड़े हिंगलाजदान रतनू ने बताया कि सीमा दर्शन कार्यों में आरटीडीसी भी सहयोगी रहेगा। इन्टैक के सह संयोजक डॉ. नंदलाल वर्मा ने जवानों को भारतीय कला और संस्कृति से संबद्ध एलबम और प्रकाशित साहित्य भेंट किया। सीमा चौकी के अधिकारी और जवानों ने इन्टैक सदस्रूों का स्वागत कर सीमा दर्शन भी करवाया। इन्टैक के मनमोहन कल्याणी, ओ.पी.शर्मा, दिनेश सक्सेना, भंवरसिंह राठौड़, अशोक चांडक, निर्मल रतनू एवं सभी सदस्यों ने बीएसएफ के डीआईजी राठौड़ और जवानों का आभार जताया।
राजस्थान की कला और संस्कृति को मिलेगा बढ़ावा, इन्टैक चैप्टर ने किया भारत-पाकिस्तान बॉर्डर सांचू चौकी का भ्रमण