बीकानेर आईजी प्रफुल्ल कुमार व एसपी प्रीति चंद्रा की प्रेस-कांफ्रेंस : बैंक और डाकघर लूट की वारदातों का पुलिस ने किया पर्दाफाश






बीकानेर, 21 फरवरी (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। राजस्थान में बीकानेर संभाग मुख्यालय के डाकघर व एक बैंक में पिस्तौल की नोंक पर हुई दो लूट की वारदातों का पर्दाफाश पुलिस ने रविवार को किया। पत्रकार सम्मेलन में आईजी पुलिस प्रफुल्ल कुमार, एसपी प्रीति चंद्रा ने बताया कि बीते सितम्बर-2020 में रेलवे कॉलोनी स्थित डाकघर में फायरिंग कर व स्टाफ को बंधक बनाकर 3.54 लाख की लूट तथा बीते महीने राजस्थान मरुधर ग्रामीण बैंक के मैनेजर को गोली मारकर पिस्तोल की नोंक पर 10.77 लाख रुपए की लूट हुई थी। वारदातों का खुलासा करने के लिए 6 टीमों का गठन किया गया और दो आरोपी धीरज उर्फ धर्मप्रीतसिंह पुत्र जसवंत सिंह जाति मजबीसिक्ख निवासी मुक्ताप्रसाद तथा धीरज पुत्र नरसिंह जाति मेघवाल निवासी सर्वोदया बस्ती को बापर्दा गिरफ्तार कर एक पिस्टल मय मैगजीन व 8 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। एसपी चंद्रा ने बताया कि दोनों मुल्जिमानों द्वारा कम भीड़-भीड़ वाले जगह पर बैंक व डाकघर की रैकी की तथा घटना को अंजाम देने से पहले दो-तीन बार बैंक व डाकघर के अंदर जाकर स्थिति का अनुमान लगाकर सुनिश्चित किया कि किस समय और किस तरीके से वारदात को अंजाम देना है। साथ ही दोनों आरोपी बैंक व डाकघर पहुंचने वाले ऐसे रास्ते चुनते जिसमें सीसीटीवी कैमरा लगा नहीं हो। वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने हुलिया व पोशाक बदली और घटना को अंजाम देने के बाद सुनसान जगह जाकर गमच्छा व टोपी को गिरा देते थे। वारदात खुलासा करने से पहले 17 संदिग्ध व्यक्तियों, अपराधियों को चिन्हित कर पूछताछ कर आसूचना संकलित कर रिकॉर्ड तैयार किया गया। उन्होंने बताया कि घटना की वारदात को ट्रेस आउट करने में हैड कांस्टेबल साईबर सैल एसपी कार्यालय दीपक यादव व महावीर सिंह, कांस्टेबल योगेंद्र धवल का विशेष योगदान रहा। 


इनका भी रहा सहयोग

आईजी पुलिस प्रफुल्ल कुमार के निर्देशन, एसपी प्रीति चंद्रा के सुपरविजन में व आईपीएस शैलेंद्र इन्दोलिया के नेतृत्व में वृत्ताधिकारी सुभाष शर्मा, आरपीएस दीपचंद, नयाशहर थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण, बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा, मुक्ताप्रसाद चौकी उप निरीक्षक सुरेंद्र बारुपाल, उपनिरीक्षक डीएसटी महेंद्र कुमार, सउनि रामकरण सिंह, एचसी कानदान, दीपक यादव, अब्बुल सत्तार, वासुदेव, लखविंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, दलीपसिंह, पूनमचंद, ओमप्रकाश राड की अलग-अलग टीमों का गठन किया जाकर सीसीटीवी, तकनीकी व फील्ड आसूचना व वैज्ञानिक तकनीक इत्यादि पर टास्क दिए गए।