जयपुर, 29 जनवरी (सीके मीडिया/छोटीकाशी)। शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा भारती छाबड़ा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के गाँधीवादी विचार को आत्मसात करने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रदेश को व्यसन मुक्त व भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने की इच्छाशक्ति को सुदृढता मिले इस हेतु शनिवार, 30 जनवरी को महात्मा गाँधी के शहीदी दिवस के अवसर पर एक दिन का सामूहिक उपवास बापू मूर्ति के समक्ष संकल्प लेकर शहीद स्मारक पर समान विचार रखने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करूँगी। पत्रकारों को जानकरी देते हुए छाबड़ा ने कहा कि इस दिन से आंदोलन का आगाज होगा और पूरे प्रदेश का वे भ्रमण करके जनजागरण अभियान के माध्यम से महात्मा गांधी के जन्मदिवस 2 अक्टूबर को अमरुदों के बाग में मानव सैलाब से प्रदेश के आबकारी विभाग को कुंभकर्णी निद्रा से जगाने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके पितातुल्य ससुर शहीद गुरुशरण छाबड़ा ने 1975 से ही राजस्थान को शराब व नशामुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनवाने हेतु जनजागरण के माध्यम से निरन्तर आन्दोलन किया। इस दौरान उन्होंने कई बार आमरण अनशन कर राज्य सरकार का ध्यान इस सामाजिक जनहित एवं जनजीवन विरोधी बुराई के प्रति ध्यानाकर्षण करवाया। प्रदेश की सरकारों ने उनके साथ समझौते भी किये पर वे सब समझौते फाईलों की शान ओर आश्वासन बनकर रह गये। अंतिम 33 दिवसीय आमरण अनशन राज्य सरकार की संवेदनहीनता ओर संवादहीनता की बलि चढ गया और वो 'शहीद' हो गए, तब स्वयं उन्होंने यह संकल्प लिया था कि जब तक राजस्थान प्रदेश का माहौल व्यसन मुक्त ओर भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश सरकार द्वारा नहीं बनेगा तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगी। छाबड़ा ने बताया कि उन्होंने दो बार आमरण अनशन किया, इस दौरान राज्य सरकार ने उनके साथ दो बार समझौते भी किये किंतु संबंधित विभागों के अधिकारियों की राज्य सरकार को गुमराह करने वाली हठधर्मिता की योजना के चलते वे समझौते अमली जामा नहीं पहन सके। इन सब बातों से व्यथित होकर वे शनिवार से आंदोलन का आगाज करेंगी।
गांधीवादी विचार को आत्मसात् कर व्यसनमुक्त व भ्रष्टाचारमुक्त प्रदेश बनाने के लिए पूजा भारती छाबड़ा 30 को करेंगी सामूहिक उपवास