बीकानेर [CK]। कोरोना वायरस संक्रमण नहीं फैले इसके लिए लगे लॉकडाउन में बंद हुई बीकानेर और लालगढ़ से श्रीकोलायत, रामदेवरा, आशापूर्णा व जैसलमेर के लिए ट्रेन को अब अनलॉक होने के बाद शुरु करने की मांग रेल यात्री हेल्प कमेटी ने रेल मंत्रालय से की है। कमेटी के अध्यक्ष अनिल सोनी झूमरसा ने बताया कि भारतवर्ष के भक्तों के आस्था का केंद्र रामदेवरा स्थित बाबा रामदेव दर्शन, आशापुरा माताजी, जैसलमेर के समीप तनोट माता तथा जिले के ही श्रीकोलायत स्थित कपिलमुनि के दर्शन के लिए फिलहाल एक भी ट्रेन बीकानेर और लालगढ़ जंक्शन से नहीं है इससे शहरवासियों को काफी असुविधा महसूस हो रही है। जैसलमेर रुट पर ट्रेन शुरु होने से पड़ौसी जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ के सूरतगढ़ और पड़ौसी राज्य पंजाब, हरियाणा के लोगों को भी फायदा होगा। झूमरसा ने बताया कि वर्तमान में सर्दी की वजह से कोहरे की समस्या है और प्राइवेट बसों के माध्यम से दुर्घटनाओं की संभावनाएं रहती है जबकि रेल का सफर काफी आरामदायक रहता है। सुगम यात्रा रेल में ठीक होती है, बस में वह संभव नहीं है। इस सम्बन्ध मेें पहले भी पत्राचार किया गया लेकिन अभी तक रेल मंत्रालय ने कोई भी फैसला नहीं लिया है।
लॉकडाउन में बंद हुईं धार्मिक स्थलों के लिए ट्रेनों को अनलॉक में अब रेलयात्री हेल्प कमेटी अध्यक्ष अनिल सोनी झूमरसा ने की चलाने की मांग
बीकानेर [CK]। कोरोना वायरस संक्रमण नहीं फैले इसके लिए लगे लॉकडाउन में बंद हुई बीकानेर और लालगढ़ से श्रीकोलायत, रामदेवरा, आशापूर्णा व जैसलमेर के लिए ट्रेन को अब अनलॉक होने के बाद शुरु करने की मांग रेल यात्री हेल्प कमेटी ने रेल मंत्रालय से की है। कमेटी के अध्यक्ष अनिल सोनी झूमरसा ने बताया कि भारतवर्ष के भक्तों के आस्था का केंद्र रामदेवरा स्थित बाबा रामदेव दर्शन, आशापुरा माताजी, जैसलमेर के समीप तनोट माता तथा जिले के ही श्रीकोलायत स्थित कपिलमुनि के दर्शन के लिए फिलहाल एक भी ट्रेन बीकानेर और लालगढ़ जंक्शन से नहीं है इससे शहरवासियों को काफी असुविधा महसूस हो रही है। जैसलमेर रुट पर ट्रेन शुरु होने से पड़ौसी जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ के सूरतगढ़ और पड़ौसी राज्य पंजाब, हरियाणा के लोगों को भी फायदा होगा। झूमरसा ने बताया कि वर्तमान में सर्दी की वजह से कोहरे की समस्या है और प्राइवेट बसों के माध्यम से दुर्घटनाओं की संभावनाएं रहती है जबकि रेल का सफर काफी आरामदायक रहता है। सुगम यात्रा रेल में ठीक होती है, बस में वह संभव नहीं है। इस सम्बन्ध मेें पहले भी पत्राचार किया गया लेकिन अभी तक रेल मंत्रालय ने कोई भी फैसला नहीं लिया है।