कोरोना जांच केंद्रों को सुचारू रूप से चलाने के लिये भाजपा ने दिया ज्ञापन


 


बीकानेर 13 अक्टूबर: कोरोना जांच केंद्रों को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी का एक शिष्टमंडल जिला अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में जिला कलेक्टर Namit Mehta से मिला एवं पिछले एक  सप्ताह में निरंतर बढ़ रहे कोरोना के मरीज की संख्या एवं  पर्याप्त जांच केंद्रों की आवश्यकता को लेकर चर्चा की। अखिलेश प्रताप सिंह ने समाचार पत्रों का हवाला देते हुए जिला कलेक्टर को बताया कि  शहर में जिस प्रकार से कोरोना पैर पसार रहा है उसको देखते हुए अधिक जांच केंद्रों की आवश्यकता है। अतः जांच केंद्रों को खोलें और मरीजों की जांच में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दे। उन्होंने कहा कि शहर  भर में करोना को लेकर एक भय का वातावरण बन गया है। समाज में जागरूकता आई है अधिक  से अधिक लोग कोरोना की जांच करवाना चाहते हैं ऐसे में उनके लिए  आवश्यक जांच केंद्रों की व्यवस्था की जाए ताकि उनके मन में कोरोना संबंधी भ्रम को दूर किया जा सके। पूर्व शहर जिला अध्यक्ष डॉक्टर सत्य प्रकाश आचार्य ने कहा  बन्द किये जा रहे जांच केंद्रों को लेकर शहर भर में चिंता है। उन्होंने जिला कलेक्टर का ध्यान कोरोना का इलाज करा रहे हृदय एवं गुर्दा पीड़ित रोगियों की तरफ करते हुए संबंधित विभाग के विशेषज्ञों का भी राउंड कराने, लिपिड प्रोफाइल एवं अन्य सामान्य खून जांच को भी नियमित रूप से करने का आग्रह किया l जिला महामंत्री मोहन सुराणा ने आत्मनिर्भर भारत के तहत भेजे गए निशुल्क गेहूं की आपूर्ति नहीं होने का विषय कलेक्टर के सामने उठाया और आग्रह किया कि केंद्र सरकार द्वारा नवंबर के माह तक भेजा गया निशुल्क गेहूं गरीबों और जरूरतमंदों तक समय पर पहुंचाएं उन्होंने स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए स्वीकृत मिड डे मील के विषय को भी उठाते हुए केंद्र सरकार द्वारा मिड डे मील के एवज में भेजे जा रहे सूखे राशन को भी विद्यार्थियों के माध्यम से उनके घरों तक शीघ्र पहुंचाने का आग्रह किया। शहर जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत ने सरपंच चुनावो के बाद कि जा रही जीत की रैली, सामूहिक भोजन के बारे में अवगत करवा कार्यवाही करने का मांग की। कलेक्टर मेहता ने बताया कि कोविद संबंधी जांच में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, उन्होंने कहा कि जिस मरीज में कोरोना संक्रमण  के सिम्टम्स नजर आ रहे हैं उनकी प्राथमिकता से जांच की जाएगी। जिनके सिस्टम नहीं है तथा असिम्प्टोमिक है  वह घर पर ही रह कर क्वारंटाइन हो सकते हैं उन्हें जांच की भी जरूरत नही है। उन्होंने कहा कि शहर में मृत्य दर में गिरावट आई है, किसी को डरने और घबराने की जरूरत नही है।