क्षमावान हमेशा सुखी रहता है : हंसराज पगारिया / आचार्य देवेशभव्यदर्शनजी की निश्रा में सामूहिक क्षमापना कार्यक्रम सम्पन्न


 


मैसूरु। श्रीसुमतिनाथ जैन श्वेतांबर मूर्ति पूजक संघ के तत्वावधान में तीर्थंकर मार्ग स्थित महावीर भवन में चातुर्मासार्थ विराजित आचार्यश्री देवेशभव्यदर्शन सूरीश्वरजी व साध्वीवृंद भद्रिकाश्रीजी की निश्रा में प्रवचन हुआ, इसके पश्चात सकल संघ एवं ट्रस्ट मंडल ने नवकार मंत्र का जाप कर सामुहिक गुरु वंदन किया। ट्रस्टी हंसराज पगारिया ने बताया कि भगवान महावीर स्वामी के गगनभेदी जयकारों से परिसर गुंजायमान कर दिया गया। "गुरुजी हमारो अंतरनाथ संघ ने आपो आशीर्वाद.." का उच्चारण करते हुए सामूहिक क्षमापना की गई। आचार्यश्री ने प्रवचन के माध्यम से सकल संघ को मिच्छामि दुक्कड़म दे कर जिन शासन का कार्य सदा ऎसे ही करते रहने की व देवद्रव्य, ज्ञान खाता, साधारण खाता में सदा ऐसे ही निरंतर उन्नति करते रहने की सीख दी। साथ ही विशेषकर मैसूरु पिंजरापोल में जीवदया के तहत पल रहे पशुओं को चारा, पानी व दवाइयों के लिए धन राशि एकत्रित कर देने का उपदेश दिया गया। कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए पगारिया ने भी सामूहिक मिच्छामि दुक्कडम करवाया। उन्होंने अपने संक्षिप्त वक्तव्य उत्तम क्षमा धर्म के बारे में बताते हुए कहा कि संसार में प्रत्येक मानव प्राणी के लिए क्षमा रुपी शास्त्र आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिसके पास यह क्षमा नहीं होती वह मनुष्य संसार में अपने इष्ट कार्य की सिद्धि नहीं कर पाता। क्षमा धर्म को वीर पुरुषों का भूषण बताते हुए हंसराज पगारिया ने यह भी कहा कि क्षमावान हमेशा सुखी रहता है, क्षमा करने वाले व्यक्ति का इस दुनिया में कोई वेरी शत्रु नहीं होता। इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष अशोक दाँतेवाड़ीया, ट्रस्टी हंसराज पगारिया, मांगीलाल गौवाणी, डायालाल बोहरा, रमेश कटारिया, महावीर गादिया, ताराचंद बंदामुथा, श्रीपार्श्व पद्मावती ट्रस्ट के अध्यक्ष दलीचंद श्रीश्रीमाल, महावीर भंसाली, मदनलाल सिंघवी, सुमति नाथ नवयुवक मंडल अध्यक्ष प्रवीण लुंकड़, सद्स्य ललित राठोड़ आदि मौजूद रहे।