उत्तर पश्चिम रेलवे ने 131 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें संचालित कर 1 लाख 88 हजार से अधिक प्रवासियों को गंतव्य तक पहुंचाया


बीकानेर, 04 जून (छोटीकाशी डॉट पेज)। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये लॉकडाउन के समय रेलवे द्वारा देश के विभिन्न भागों में रोजगार सम्बंधी कार्यों के लिये निवास कर रहे प्रवासियों को उनके गृह राज्य में पहुंचाने के लिये विभिन्न स्थानों से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया, जिससे प्रवासी सकुशल अपने गंतव्य तक पहुंचे हैं। रेलवे द्वारा भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार श्रमिक स्पेशल रेलसेवाओं का संचालन किया गया। श्रमिकों की संख्या के आधार पर विभिन्न स्थानों के लिये श्रमिक स्पेशल रेलसेवाओं के संचालन के लिये विभिन्न स्तर पर सामंजस्य स्थापित कर उनको उनके गतंव्य तक पहुंचाने में रेलवे ने अहम भूमिका का निर्वहन किया। रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि रेलवे द्वारा संचालित श्रमिक स्पेशल रेलसेवाओं में उन्हीं यात्रियों को यात्रा की अनुमति प्रदान की गई थी, जिनको राज्य सरकार द्वारा चिन्हित एवं स्क्रीनिंग किया गया था। यात्रा के दौरान यात्रियों ने फेस कवर पहन कर रखे थे तथा सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन किया। रेलवे ने यात्रियों को सफर के दौरान किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिये समुचित व्यवस्थायें की तथा रास्ते में भोजन तथा पानी भी उपलब्ध करवाया गया। इस दौरान 131 श्रमिक स्पेशल रेलसेवाओं का संचालन विभिन्न स्थानों से अन्य राज्यों के लिये किया गया। रेलवे ने इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, झारखंड, आन्ध्रप्रदेश, छतीषगढ़, मणिपुर, केरल, उडीसा और असम सहित विभिन्न राज्यों के 1 लाख 88 हजार से अधिक प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही उत्तर पश्चिम रेलवे पर 46 श्रमिक स्पेशल रेलसेवाएं अन्य राज्यों से आई,  जिनमें 55 हजार से अधिक बाहर रहने वाले राज्यों से आये।