बीकानेर (छोटीकाशी डॉट पेज)। कोरोना वायरस रोकथाम को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की एडवाइजरी के अनुसार लगाए गए लॉकडाउनकाल में बंद दुकानों, प्रतिष्ठानों के बिजली बिलों को माफ करने की मांग को लेकर बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल का शिष्टमण्डल बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लिमिटेड के कार्यकारी अधिकारी शांतनु भट्टाचार्य, मुरली किराडू से उनके दफ्तर में जाकर मुलाकात की व ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में मंडल के अध्यक्ष रघुराज सिंह राठौड़, कार्यकारी सचिव वेदप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि 22 मार्च से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए लॉक डाउन के तहत संपूर्ण बाजार बंद हो गया था जिससे प्रतिदिन दुकान खोलकर रोजी रोटी कमाने व श्रमिकों के सामने आर्थिक स्थिति का संकट खड़ा हो चुका है। काम धंधा ठप होने की वजह से बेरोजगारी हो गई है। आर्थिक संकट के चलते बिजली बिल भरने में परेशानी आ रही है। राठौड़ ने बताया बिजली कंपनी ने जनवरी-फरवरी के बिलों के आधार पर बिल बनाए जो न्याय संगत नहीं है, इस संबंध में मंडल ने 29 मई 2020 को मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री को भी पत्र भेजा है। अनेक व्यापारिक संगठन बिजली माफ करवाये जाने हेतु प्रयासरत हैं जिसमें 22 मार्च से 31 मई तक पूरे बिजली बिल माफ किए जाने की मांग है किंतु अब तक कोई राहत नहीं दी गई है। कार्यकारी सचिव वेदप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि बिजली उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने हेतु प्रधानमंत्री ने भी 67 हजार करोड़ बिजली कंपनियों को दिए हैं। साथ ही मध्यप्रदेश सरकार एवं उत्तराखंड सरकार ने भी बिजली के 70 दिनों के बिजली बिल माफ कर दिए है। प्रवक्ता सोनूराज आसुदानी ने कहा कि आर्थिक संकट के चलते मध्यम एवं परिवार के लोग बिजली बिल भरवाने में सक्षम नहीं है एवं कोरोना कॉविड-19 बीमारी की वजह से सैकड़ों परिवारों में दुखांतिका हुई है वह क्षतिपूर्ण है। शिष्टमण्डल में मक्खनलाल अग्रवाल, सुशील शर्मा, गोविंद कच्छावा, सोनूराज आसूदानी, सतीश पुरोहित सहित अनेक मौजूद थे।
बिजली कंपनी अधिकारी से मिलकर व्यापार उद्योग मंडल ने की बिजली बिलों को माफ करने की मांग