राजस्थान सरकार का ऐतिहासिक निर्णय ; वैदिक शिक्षा बोर्ड के गठन का स्वागत व जताया आभार 



बीकानेर। राकावत देशस्थ ऋग्वेदी ब्राह्मण महासभा की मांग पर राजस्थान सरकार द्वारा वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड के गठन की घोषणा किये जाने पर समस्त राजस्थान के वैदिकों द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संस्कृत शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग व कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ बी.डी कल्ला का आभार व्यक्त किया गया है। महासभा के प्रदेशाध्यक्ष शास्त्री पंडित गायत्री प्रसाद शर्मा ने बताया कि प्रदेश में वैदिक शिक्षा बोर्ड के गठन की मांग को लेकर वे मुख्यमंत्री से मिले थे तथा ज्ञापन देकर प्रदेश में वैदिक शिक्षा के लिये स्वतंत्र बोर्ड की स्थापना की मांग की थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर ऐतिहासिक कार्य किया है। वैदिक शिक्षा के लिए बोर्ड बनाने वाला राजस्थान पहला राज्य है। बोर्ड के गठन से वैदिक शिक्षा हेतु गुरुकुल आश्रमों की स्थापना, चतुर्वेद का पठन-पाठन होगा तथा वैदिक छात्रों को राजकीय छात्रवृत्ति व उनको आधुनिक शिक्षा के साथ जोड़कर मुख्य धारा में लाया जाएगा। प्राचीन भारतीय वैदिक संस्कृति का पुनरुद्धार होगा, जिसके लिए सभी वैदिक ब्राह्मणों ने राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संस्कृत शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग, कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ बी.डी.कल्ला का आभार व्यक्त किया है तथा सभी वैदिकों व वेदपाठी ब्राह्मणों को बधाई दी है। सरकार के इस निर्णय पर शास्त्री पंडित यज्ञप्रसाद शर्मा ने कहा कि बीकानेर विद्वानों की नगरी छोटीकाशी के नाम से विख्यात है इसलिये वैदिक शिक्षा बोर्ड का मुख्यालय भी बीकानेर में ही होना चाहिए इसके लिये शीघ्र प्रयास प्रारम्भ किये जायेंगे।