नीम का मास्क बना दे रहे कोरोना को चुनौती    

नीम का मास्क बना दे रहे कोरोना को चुनौती  


न्यूजडेस्क। सरकार हर व्यक्ति तक मास्क पहुंचाने की भी कोशिश कर रही है। इसी बीच एक आदिवासी बहुलक गांव में लोगों से कोरोना से लड़ने के लिए देसी तरीका निकाला है।
 कोरोना से बचने के लिए एक तरफ जहां लॉकडाउन लगाया गया है, वहीं दूसरी और इस जंग में मास्क का सुरक्षा कवच बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घर पर बने मास्क पहनने की अपील की है। सरकार हर व्यक्ति तक मास्क पहुंचाने की भी कोशिश कर रही है। इसी बीच एक आदिवासी बहुलक गांव में लोगों से कोरोना से लड़ने के लिए देसी तरीका निकाला है।


NEEM MASK
झारखंड में देवघर के आदिवासी बहुल गांव में महिलाओं ने क्लिनिकल मास्क का एक नायाब विकल्प ढूंढ निकाला है। यहां महिलाएं नीम के पत्तों का मास्क बनाकर कोरोना जैसी महामारी को चुनौती दे रही हैं।


preparing mask from neem
नीम के पत्तों का मास्क पहनने वाली महिलाओं का मानना है कि नीम के पत्तों के औषधीय गुण के कारण कोरोना वायरस से उनकी पूरी सुरक्षा होती है। फसल पकने का समय होने के कारण फसल की कटाई से लेकर अन्य कृषि कार्य महिलाएं नीम और अन्य औषधीय गुण वाले पत्तों का मास्क पहन कर ही पूरा कर रही हैं।


neem mask
ये महिलाएं पुरुषों को भी हाथों से बने नीम के मास्क उपलब्ध करा रही है। खास बात है कि ये आदिवासी महिलाएं रोज ताजा नीम के पत्ते इकट्ठा कर इसका मास्क तैयार करती हैं। इस दौरान वे सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रख रही है।


NEEM MASK
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गांव के पुरुष भी मानते हैं कि हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा क्लिनिकल मास्क नहीं होने पर गमछा या किसी साफ कपड़े को बतौर मास्क इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। ऐसे में कीटाणु नाशक और कई अन्य औषधीय गुणों से भरपूर ताजा नीम के पत्ते का मास्क एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।