न्यूजडेस्क/नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने अब भारत में भी रफ्तार पकड़ ली है। रोजाना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। रोजाना बढ़ते मरीजों का रिकार्ड तोड़ा जा रहा है। आज फिर कोरोना के मामलों में अब तक की सबसे ज्यादा बढ़त देखी गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 6654 नए मामले सामने आए हैं। जिसके साथ ही अब देश में कोरोना के 1,25,101 मरीज हो चुके हैं। वहीं बीते 24 घंटे में कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 137 है।
इन राज्यों में बरतें सख्ती
देश में अब तक कोरोना वायरस से 3,720 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इन आंकड़ों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ सलाह दी है। डब्ल्यूएचओ ने भारत के सात राज्यों में लॉकडाउन में छूट न देने की सलाह दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तेलंगाना, चंडीगढ़, तमिलनाडु और बिहार में पिछले दो सप्ताह के दौरान जिस तरह से कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है उसके बाद से यहां पर लॉकडाउन का प्रतिबंध जारी रखने की जरूरत है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि जिन राज्यों में 5 प्रतिशत से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज हैं वहां पर लॉकडाउन की सख्ती जारी रहनी चाहिए। हालांकि डब्ल्यूएचओ की सलाह के अनुसार इन राज्यों में लाॅकडाउन सख्ती से लागू करना चाहिए लेकिन इन राज्यों के कुछ जिले ही कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। कई जिले ऐसे भी है जहां कोरोना का संक्रमण ना के बराबर ही है ऐसे में उन जिलों पर भी सख्ती लगाना उचित नहीं होगा।
ये हैं राज्यों के आंकड़े
बता दें कि भारत के 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 21 प्रतिशत राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना के मरीज 5 प्रतिशत से ज्यादा है। पिछले 7 मई के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में 18 फीसदी मरीज है। वहीं गुजरात में 9 फीसदी मरीजों की संख्या है। दिल्ली में भी 7 फीसदी कोरोना के मरीज है। इसके अलावा तेलंगाना में 7 फीसदी तो चंडीगढ़ में 6 फीसदी कोरोना मरीज है। वहीं तमिलनाडु और बिहार में कोरोना के मामले बड़े है जिसके बाद यहां भी 5 फीसदी से ज्यादा कोरोना के मरीज है।
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