श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में 2 लाख रुपये राशि दान में प्राप्‍त, मंदिर में आगामी आदेश तक प्रवेश प्रतिबंधित


 
उज्जैन। श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में दर्शन हेतु आये मध्यप्रदेश सागर निवासी सुश्री गीता ताम्रकार ने  02 लाख रुपये का चेक श्रीमहाकालेश्‍वर मंदिर के प्रशासक एसएस. रावत को दिया। दानदाता द्वारा मंदिर की व्‍यवस्‍था एवं सफाई व्‍यवस्‍थाओं को सराहा तथा रावत द्वारा दानदाता को मंदिर की योजनाओं के विषय में भी जानकारी दी गयी। इस अवसर पर मंदिर प्रबंध समिति सदस्‍य आशीष पुजारी, पुरोहित समिति के अध्यक्ष अशोक शर्मा, राजेश पुजारी, पुजारी प्रदीप गुरु, विजय पुजारी आदि उपस्थित थे। दानदाता सुश्री गीता ताम्रकार द्वारा उनके सागर स्थित सम्पत्ति का स्वामित्व  उनके पश्चात श्रीमहाकालेश्वर भगवान के नाम करने घोषणा भी की गई।  इस सम्बंध में जल्दी ही उनके द्वारा वसीयत नामा श्रीमहाकालेश्वर भगवान को अर्पित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि, श्री महाकालेश्‍वर मंदिर की सभी व्‍यवस्‍थायें दान के माध्‍यम से ही संचालित होती हैं। श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में भक्‍त अपनी इच्‍छा व मनोकामना पूर्ण होने पर अपनी श्रद्धानुसार भगवान श्री महाकालेश्‍वर को वस्‍तु, रूपये आदि भेंट स्‍वरूप अर्पित करते हैं साथ ही श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित नि:शुल्‍क अन्‍नक्षेत्र, गौशाला आदि  में भी अपनी श्रद्धानुसार दान करते हैं। समय–समय पर मंदिर के अधिकारी/ पुजारी/ पुरोहितों/ मंदिर प्रबंध समिति सदस्‍यों व कर्मचारियों के माध्‍यम से भी भक्‍तों को मंदिर में दान करने  हेतु प्रेरित किया जाता है।



श्रीमहाकालेश्वर मंदिर में आगामी आदेश तक प्रवेश प्रतिबंधित


उज्जैन। कोरोना वाइरस से निर्मित स्थिति को देखते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर के समस्त श्रद्धालु और जुड़े हुए पुजारी, पुरोहित, कर्मचारियों के स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु सामान्य श्रद्धालुओं का 21 मार्च से ही आगामी आदेश तक मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एसएस. रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस को देखते हुए मंदिर के पुजारी व पुरोहितों साथ हुई बैठक में लिए निर्णयानुसार श्रीमहाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा की दृष्टि से आगामी आदेश तक सामान्य दर्शनार्थियों के प्रवेश पर प्रतिबंद्ध लगाया गया है। प्रतिदिन होने वाली भस्मारती के समय भी प्रतीकात्मक रूप में हरिओम जल हेतु एक महिला को ही प्रवेश दिया जाएगा। श्री महाकाल भगवान की समस्त परम्परागत पूजन अर्चन यथावत चलता रहेगी। रावत ने सभी से इस दौरान सहयोग की अपेक्षा  की है तथा सभी लोग अपने परिवार और स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यान रखने का निवेदन किया है।