उज्जैन : श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में पंच दिवसीय महारूद्राभिषेक प्रारंभ









उत्‍तम वृष्टि एवं जन कल्‍याण की उदात्‍त भावना : मंदिर प्रबंध समिति के अध्‍यक्ष एवं कलेक्‍टर सिंह ने किया पूजन


उज्जैन। श्री महाकालेश्‍वर मंदिर 12 ज्‍योतिर्लिंगों में से एक है श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में प्रतिवर्ष उत्‍तम जलवृष्टि हेतु  महारूद्राभिषेक अनुष्‍ठान किया जाता है। इसी तारतम्‍य में इस वर्ष भी उत्‍तम जल वृष्टि व जन कल्‍याण की उदात्‍त भावना से दिनांक 23 जून से 27 जून तक श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के मुख्‍य पुजारी पं. श्री घनश्‍याम शर्मा के आचार्यत्‍व में महारूद्राभिषेक का आयोजन किया गया है।

महारूद्राभिषेक अनुष्‍ठान के पहले दिन श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्‍यक्ष एवं कलेक्‍टर आशीष सिंह ने सपत्निक, प्रशासक गणेश कुमार धाकड, मंदिर प्रबंध समिति सदस्‍य पुजारी प्रदीप गुरू, राजेन्‍द्र शर्मा (गुरू), पुजारी राम शर्मा द्वारा श्री महाकालेश्‍वर भगवान एवं पर्जन्‍य (वर्षा) श्रृंगि ऋषि का पूजन कर अनुष्‍ठान का  आरंभ किया गया। अनुष्‍ठान में श्रृंगी ऋषि का विशेष महत्‍व है, श्रृंगी ऋषि के मस्‍तक पर जन्‍म से ही सींग था जिसके कारण उनका नाम श्रृंगी ऋषि पडा। ऋषि के आव्‍हा्न से इंद्रदेव प्रसन्‍न होते है, इस कारण श्रृंगी ऋषि की प्रतिमा पर भी भगवान श्री महाकालेश्‍वर के साथ सतत सहस्‍त्र जलधारा से अभिषेक किया जाकर  ब्राम्‍हणों द्वारा पर्जन्‍य मंत्रों के संपुटी के साथ अभिषेक किया जा रहा हैं।

श्री महाकालेश्‍वर मदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड ने बताया कि श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पंच दिवसात्‍मक अनुष्‍ठान का प्रारंभ किया गया। यह अनुष्‍ठान प्रात: 11 बजे से दोपहर 3 बजे श्रीमहाकालेश्‍वर मंदिर के पुजारी एवं पुरोहितों के माध्‍यम से संपन्‍न किया जा रहा है। उक्‍त आयोजन की आवश्‍यक व्‍यवस्‍थाओं के लिए स्‍वकार्य के साथ अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगायी गयी हैं।