जल्द ही केरोसीन मुक्त होगा राजस्थान, डूप्लीकेसी पर अंकुश लगेगा वन नेशन वन राशन कार्ड से : IAS Naveen Jain









बीकानेर, 02 जनवरी (छोटीकाशी डॉट पेज)। राजस्थान के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति शासन सचिव नवीन जैन Naveen Jain ने शनिवार को बीकानेर में कहा कि राज्य सरकार की मंशानुरुप कार्य चल रहा है और विभाग चौकन्ना है और इसी वर्ष में केरोसीन मुक्त राज्य पर विचार चल रहा है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए जैन ने कहा कि वर्तमान में राज्य के लगभग सभी जिले केरोसीन मुक्त हो गए हैं सिर्फ बांसवाड़ा जिले में केरोसीन की आपूर्ति की जा रही है वह भी जल्द ही केरोसीन मुक्त होकर पूरा प्रदेश केरोसीनमुक्त हो जाएगा। जैन ने कहा कि वन-नेशन वन राशन काड्र योजना के तहत राज्य में अभी तक 4.18 करोड़ व्यक्तियों की राशिन कार्ड में आधार सीडिंग हो चुकी है। वे बोले कि वन-नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत आधार सीडिंग में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जैन ने यह भी बताया कि राज्य मेें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के जिन लाभार्थियों के आधार कार्ड नहीं बने हैं, उन्हें भी दिसम्बर-2020 महीने का गेहूं वितरण किया जाएगा। गेहूं लेने के वक्त जन आधार, ईआईडी एवं वोटर कार्ड में से कोई एक दस्तावेज अपने साथ ले जाना जरुरी होगा। 


वन नेशन वन राशन कार्ड से डूप्लीकेसी पर लगेगा अंकुश

फूड सचिव नवीन जैन ने यह भी बताया कि वन नेशन वन राशन कार्ड से सरकार की ओर से सिस्टम को फायदा यह हुआ है कि इससे डूप्लीकेसी पर अंकुश लगेगा। लेकिन उपभोक्ता को भी फायदा यह होगा कि उसका इस योजना से नेशनल राशन कार्ड बनेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी बीकानेर का व्यक्ति दूसरे राज्यों में भी जाता है तो अलग राशन कार्ड बनाने की आवश्यकता नहीं है। उसी राशन कार्ड का उपयोग वह चाहे बेंगलूरू, मुम्बई या अन्य कोई शहर में जाएगा तो वह उसके काम आएगा। उसका राशन कार्ड पूरे देश में मान्यता रखेगा। 


35 हजार लोगों ने आधार सीडिंग नहीं कराया

जैन ने कहा कि बीकानेर शहर और ग्रामीण में 35 हजार लोगों ने आधार सीडिंग कार्य नहीं कराया है। इसके लिए आधार कार्ड बनाने के लिए भी आज से अभियान चलाया जा रहा है कि ईआईडी के आधार पर आधार कार्ड बनाने होंगे। किसी भी व्यक्ति को दो बार-तीन बार गेहूं नहीं मिलना चाहिए, इसके सख्त निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला कि कुछ जिलों में लोगों ने अपने जानवरों के नाम राशन कार्ड में जुड़वा लिए इससे रसद विभाग हरकत में है। इस प्रकार की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।