तेरह हजार फीट पर ट्रेकिंग - फिट फिफ्टी वूमंस ट्रांस हिमालयन एक्सपीडिशन







लगातार 9 दिन से पश्चिमी नेपाल के क्षेत्र में संपर्क का कोई साधन नहीं होने के कारण काफी दिक्कतें भी उठानी पड़ी - डॉ सुषमा बिस्सा


बीकानेर, 1 जून (CK NEWS/CHHOTIKASHI)। फिट फिफ्टी वूमंस ट्रांस हिमालयन एक्सपीडिशन का दल फाल्गुनी पास (13000 फीट) जलजला जांगला पास (14912 फीट) डोलफा रीजन के धुले गांव में पहुंचा।  नेशनल एडवेंचर फाउंडेशन सचिव आर के शर्मा ने बताया कि लगातार खराब मौसम के कारण 13000 फीट पर ट्रैकिंग की गई। जिसमें देवराली पास साथ बहिन देवराली पास जैसे दर्रे पार करने के बाद दल के सदस्य धुले गांव में कैंप स्थापित किया। दल की सदस्य राजस्थान में बीकानेर निवासी मशहूर पर्वतारोही डॉ सुषमा बिस्सा ने बताया कि लगातार 9 दिन से पश्चिमी नेपाल के क्षेत्र में संपर्क का कोई साधन नहीं होने के कारण काफी दिक्कतें भी उठानी पड़ी। तेज हवाएं व बर्फबारी के कारण दल के सदस्यों को बहुत ही मुश्किल से पदयात्रा करनी पड़ी। लगातार 1100 फीट से चढ़ाई शुरू करने के बाद 15000 तक की ऊंचाई पर बने दर्रे को पार करके वापस 12000 की ऊंचाई पर ही दल को पहुंचना होता है। मंगलवार की पदयात्रा 28 किलोमीटर से ज्यादा की थी और ऐसी दुरूह परिस्थिति में लगभग 13 से 14 घंटे की पदयात्रा करने के बाद गंतव्य तक पहुंच पाए हैं। लगभग एक सप्ताह के यात्रा के बाद दल के सदस्य भारत सीमा में पहुंचेंगे जहां से हिमालय की सीमा पर पदयात्रा करते हुए अंतिम पड़ाव लेह तक जाएंगे। टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस दल में देश भर की 50 वर्ष से अधिक की आयु की महिलाएं बचेंद्री पाल के नेतृत्व में पिछले 3 महीने से पदयात्रा कर रही हैं।