डीआरएम राजीव ने किया मिशन रेल कर्मयोगी प्रशिक्षण शिविर का अवलोकन





मिशन रेल कर्मयोगी : यात्रियों मेें अपनी छवि को बेहतर बनाने की राह पर है रेल प्रशासन


बीकानेर, 9 मई (सीके न्यूज/छोटीकाशी)। भारतीय रेलवे द्वारा बीते वर्ष शुरु किया गया मिशन कर्मयोगी योजना के माध्यम से कर्मचारियों की क्षमता बढ़ाने का ट्रेनिंग के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से कार्य प्रणाली में पारदर्शिता आएगी तथा कर्मचारियों के काम करने की शैली में सुधार आएगा। सोमवार को डीआरएम के कांफ्रेंस हॉल व बीकानेर रेलवे स्टेशन पर मिशन रेल कर्मयोगी प्रशिक्षण शिविर का डीआरएम राजीव श्रीवास्तव द्वारा निरीक्षण किया गया। साथ ही शिविर में उपस्थित कर्मचारियों से उनके विचार जाने व अपने विचार रखे। मिशन कर्म योगी के तहत रेल प्रशासन यात्रियों में अपनी छवि को बेहतर बनाने की राह पर है। यात्रा के दौरान यात्रियों को 'विश' करने के साथ-साथ उनकी समस्याओं को हल करने में रेल कर्मयोगी मदद करेंगे। समस्याओं में रिजर्वेशन फॉर्म भरने में मदद करना, अपराध होने पर जीआरपी और आरपीएफ में कंप्लेंट लिखवाने में मदद करना भी शामिल है। इसका उद्देश्य लोगों की सहायता करना उसके साथ ही रेलवे की छवि को बेहतर बनाना भी है। बीकानेर मंडल पर इस योजना के अंतर्गत अभी तक 975 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। पहले चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे स्टेशन मास्टर, टिकट चेकिंग स्टाफ, बुकिंग क्लर्क को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस योजना के सफलतापूर्वक संचालन के लिए आईजीओटी कर्म योगी प्लेटफार्म का गठन किया गया है। इसके माध्यम से ऑनलाइन कांटेक्ट उपलब्ध कराया जा रहा है। रेल कर्मयोगी योजना के तहत भारतीय रेल में नागरिकों के विश्वास का निर्माण करना, नागरिकों के हमारे साथ बातचीत के प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करना भी है। उनके द्वारा बताए गए बिंदुओं को समझना। रेल अधिकारियों ने बताया कि भारतीय रेल में हमारे दो प्रमुख लक्ष्य हैं सुरक्षित परिचालन एवं मानवीय जरूरतों को पूरा करना। यात्रियों/ग्राहकों के प्रति संवेदनशील होना, यात्रियों के साथ बुनियादी मानवीय जरूरतों का ध्यान रखते हुए सुरक्षित संचालन करना। {FILE PHOTO DRM RAJEEV SHRIVASTAVA}