CK NEWS/CHHOTIKASHI बीकानेर. भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीसी) के निदेशक डॉ.आर्तबन्धु साहू, वियना (ऑस्ट्रिया) में अपनी 7 दिवसीय यात्रा के बाद आज सुबह बीकानेर लौटे। डॉ.साहू ने वियना में दिनांक 4-8 अप्रैल, 2022 के दौरान ‘‘इम्प्रूविंग एफीसियंसी ऑफ एनीमल ब्रिडिंग प्रोग्राम्स् यूजिंग न्यूक्लियर रिलेटेड जीनोम इनफार्मेशन- प्रैक्टिकल एप्लीकेशन इन डवलपिंग कन्ट्रीज‘‘ (परमाणु संबधित जीनोमिक सूचना का उपयोग करके पशु प्रजनन कार्यक्रमों की दक्षता में सुधार –विकासशील देशों में व्यावहारिक अनुप्रयोग) विषयक प्रथम अनुसंधान समन्वय बैठक में भाग लिया। इस बैठक के तहत विभिन्न देशों के अनुसंधानकर्त्ताओं द्वारा प्रस्तावित अनुसंधान प्रस्तावों में डॉ. आर्तबन्धु साहू ने एनआरसीसी द्वारा प्रस्तावित अनुसंधान ‘‘दूध एवं शरीर उत्पादकता वृद्धि हेतु एक कुबड़ीय ऊँट जीनोम विविधता का विश्लेषण एवं जीनोमिक चयन प्रणाली का विकास‘‘ प्रस्तुत किया तथा समिति द्वारा इसका चयन भी किया गया।
साथ ही केन्द्र निदेशक डॉ. आर्तबन्धु साहू ने इस अनुसंधान प्रस्ताव की कार्य-योजना को अंतिम रूप दिए जाने संबंधी प्रस्तुतिकरण भी दिया तथा बैठक के बारे में बताया कि अभी दूध उत्पादकता हेतु चयन की प्रक्रिया काफी लम्बी होती है और जब तक ऊँटनी वयस्क नहीं हो जाती तब तक चयन संभव नहीं होता है, इस प्रस्ताव के निष्पादन से खून के नमूनें लेकर जीनोम का विश्लेषण कर जन्म के तुंरत पश्चात् भी ऊँटनियों की दूध उत्पादकता का पता लगाना तथा चयन करना संभव होगा।
इस अनुसंधान बैठक में ऑस्ट्रिया सहित, अर्जंटीना, भारत, बंगलादेश, बुर्कीना फासो, श्रीलंका, केन्या, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, यूके, स्पेन, पेरू आदि कई देशों के अनुसंधान संगठनों के विषेषज्ञों ने अपनी सहभागिता निभाई जिनके साथ डॉ. साहू ने उष्ट्र प्रजाति के विकास पर खुलकर चर्चा भी की। डॉ.साहू के आगमन पर सभी वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।