देश का संविधान, प्रजातंत्र मजबूत हो : मंत्री गोविंदराम मेघवाल





CK NEWS/CHHOTIKASHI बीकानेर, 12 अप्रैल। आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने मंगलवार को बीकानेर में कहा कि देश का संविधान, प्रजातंत्र मजबूत हो। हम देख रहे हैं संवैधानिक संस्थाएं बिक रही है। रेलवे, बीएसएनएल बिक गया। रोजगार मांग रहे हैं तो लाठियां पड़ रही है। जेएनयू, जामिया यूनिवर्सिटी पर हमले हो रहे हैं, मस्जिदें तोड़ी जा रही है। इससे देश का वातावरण दूषित हो गया है। ऐसे वातावरण में हम लोगों को चाहिए कि भाईचारे का संदेश दें। आगामी 14 अप्रैल को भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जयंती पर सादुल क्लब मैदान पर सामाजिक एकता एवं सकल्प रैली का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी मेघवाल ने पत्रकार सम्मेलन में दी। उन्होंने बताया कि डॉ. अम्बेडकर के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उनके बनाए संविधान ने देश के प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार दिया तथा देश को एक सूत्र में पिरोया। हमें ऐसे महापुरुषों के प्रति कृतज्ञता अर्पित करनी चाहिए। देश में विभिन्न जाति, धर्म के लोग हैं सभी एकता के साथ, मजबूती के साथ रहें। योग्यता की पूछ हो। उन्होंने कहा कि सारी संविधान में सुविधा है। कांग्रेस पार्टी की रीति यही है देश मजबूत कैसे हो। 60-70 सालों में बहुत आगे बढ़ा है। लेकिन पिछले 7 वर्षों में देखेंगे थेाड़ी कमी आयी है जीडीपी भी माइनस आ गयी है। धर्म के नाम पर जगह-जगह दंगे होने की स्थिति बन रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पेश किया गया रिकॉर्ड तोड़ बजट की हर ओर प्रशंसा हो रही है। इलाज फ्री, किडनी, लीवर के लिए फ्री इलाज। प्रदेश में ऐसी सुविधा मिले जनता को ताकि याद रखें।  


प्रजातंत्र और संविधान को मजबूत करेगी रैली

मंत्री मेघवाल ने कहा कि 14 अप्रैल को निकाली जानी वाली सामाजिक एकता एवं सकल्प रैली भाईचारे, छत्तीस कौम की रैली है। प्रजातंत्र और संविधान को मजबूत करने के लिए रैली रखी गयी है। मेघवाल ने बताया कि रैली में बीकानेर सहित श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ क्षेत्र के नागरिक भागीदारी निभाएंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सार्दुल क्लब मैदान में जनसभा के बाद अम्बेडकर सर्किल तक पैदल मार्च निकाला जाएगा और डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इससे संबंधित तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि रैली का उद्देश्य डॉ. अम्बेडकर के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाना है, जिससे आमजन उनके आदर्शों का अनुसरण कर सके।